Jharkhand Government: सतत विकास लक्ष्य हासिल करने में किया बेहतर प्रदर्शन, पांच जिलों के प्रतिनिधि सम्मानित
पंचायती राज निदेशक राजेश्वरी बी. ने पांच जिलों के प्रतिनिधियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर सम्मानित किया। लोहरदगा खूंटी पश्चिमी सिंहभूम धनबादऔर जामताड़ा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और इस आधार पर इन जिलों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। सूचकांक का उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य को हासिल करना है । इसके तहत पंचायतों को नौ थीम पर फोकस करना है।

राज्य ब्यूरो, रांची । Jharkhand Government पंचायती राज निदेशक राजेश्वरी बी. ने गुरुवार को राज्य के पांच जिलों के प्रतिनिधियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर सम्मानित किया। लोहरदगा, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, धनबाद,और जामताड़ा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और इस आधार पर इन जिलों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।
Panchayati Raj Director राजेश्वरी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला में कहा कि झारखंड ने पंचायत उन्नति सूचकांक (पीएआइ 2.0) के तहत स्वास्थ्य पंचायत की थीम पर बेहतर काम किया है।
सूचकांक का उद्देश्य सतत विकास लक्ष्य को हासिल करना है । इसके तहत पंचायतों को नौ थीम पर फोकस करना है। उन्होंने कहा कि फंड की उपलब्धता को देखते हुए हर साल किन्हीं दो थीम को फोकस कर कार्य करें फिर अगले साल अलग दो थीम पर।
पीएआइ पोर्टल पर पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों की प्रविष्टि जरूरी
राजेश्वरी बी. ने पंचायत उन्नति सूचकांक, पीएआइ के तहत जिलेवार आंकलन में बताया कि लोहरदगा ने 59.37 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रथम स्थान पाया है जबकि खूंटी, प. सिंहभूम, धनबाद व जामताड़ा ने क्रमशः द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम स्थान प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि पीएआइ पोर्टल पर पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों की प्रविष्टि भी सुनिश्चित करनी चाहिए। सभी जिलों के डीडीसी को निदेश दिया कि इसकी भी निगरानी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पीएआइ पोर्टल पर डेटा की कम एंट्री को देखते हुए ही यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
पंचायत सशक्तीकरण की दिशा में तेजी से हो रहा काम
राजेश्वरी बी. ने कहा कि राज्य सरकार पंचायत सशक्तीकरण की दिशा में तेजी से काम कर रही है। पंचायत भवन को सुदृढ़ किया जा रहा है। डिजिटल पंचायत प्रोग्राम शुरू किया गया है।
पंचायत भवन में सारे डिजिटल काम किए जा रहे हैं। इसलिए डेटा प्रविष्टि में भी अब कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। कार्यशाला में जिला परिषद के अध्यक्ष, विभिन्न जिलों के उप विकास आयुक्त, पंचायती राज विभाग की अपर सचिव शैल प्रभा कुजूर सहित जिलों के अफसर मौजूद थे।
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