लोगों को लुभा रहा बेक्ड रसगुल्ला
रसगुल्ले का टेस्ट शायद ही किसी को पसंद नहीं हो। खासकर बात जब बेक्ड रसगुल्ला की बात हो। इसका स्वाद ही अलग है।
जागरण संवाददाता, रांची : रसगुल्ले का टेस्ट शायद ही किसी को पसंद नहीं हो। खासकर बात जब बेक्ड रसगुल्ले की हो तो क्या कहना। रांची साइंस सेंटर के पास एक मिठाई की दुकान है ललन स्वीट। यहां बेक्ड रसगुल्ले मिलते हैं। कई लोगों को सुनकर लगता है कि रसगुल्ले बेक्ड कैसे होंगे तो इस बारे में दुकान के मालिक बहादुर हेरेंज ने बताया कि बेक्ड रसगुल्ला भी आम रसगुल्ले की तरह ही छेना से ही बनाया जाता है। मगर इसे बनाने के बाद बेक्ड किया जाता है। उन्होंने बताया कि आज लोग अपने स्वास्थ को लेकर काफी सजग हैं। ऐसे में वो मिठाई भी शुगर फ्री खाना पसंद करते हैं। केवल शुद्ध दूध का करते हैं इस्तेमाल
हेरेंज बताते हैं कि वो बेक्ड रसगुल्ला बनाने के लिए केवल शुद्ध दूध का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए वो जांच करने के बाद ही दूध लेते हैं। इसके बाद छेना बनाया जाता है। छेना को गोल आकार में बनाकर प्री हिट ओवन में एक खास तापमान पर रखा जाता है। इससे रसगुल्ला बेक होकर चौड़े आकार में आ जाता है। बहादुर हेरेंज बताते हैं, यहां की सभी मिठाईयों में कृत्रिम रंग का इस्तेमाल किया जाता है। हर दिन वो कम से कम 250 बेक्ड रसगुल्ला बेच देते हैं। शाम में लोगों की लगती है भीड़
लोग फास्ट फूड और इंडियन मेन कोर्स का खाना खाने लिए भी यहां पहुंचते हैं। शाम में यहां लोगों की काफी भीड़ होती है। बहादुर हेरेंज बताते हैं कि उनके यहां खाने-पीने में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। वो हर खाने को अपनी देख रेख में बनवाते हैं। इसके साथ ही उनके हर डिश की कुछ खासियत है। यहां आने वाले लोग समोसा, वेज कटलेट, चाउमीन, पनीर चिल्ली आदि का भी लुफ्त उठाते हैं। साइंस सेंटर के पास होने से रविवार और छुंट्टी वाले दिन लोगों की काफी भीड़ होती है। रेट ---
बेक्ड रसगुल्ला - 25 रुपये प्रति पीस
समोसा - 7 रुपये प्रति पीस
चाउमीन - 50 रुपये प्रति प्लेट
पनीर चिल्ली - 100 रुपये प्रति प्लेट
मशरूम चाउमीन - 100 रुपये प्रति प्लेट