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    बाबूलाल मरांडी ने NIA को लिखी चिट्ठी, बोले- अनुराग गुप्ता और सुजीत सिन्हा गठबंधन की जांच हो

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 11:53 PM (IST)

    भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एनआईए से पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के गठजोड़ की जांच करने का आग्रह किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों मिलकर कोयलांचल शांति समिति नामक एक मुखौटा संगठन चला रहे थे, जो हत्या, जबरन वसूली और अवैध हथियारों के व्यापार में शामिल था।

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    बाबूलाल मरांडी ने लिखा पत्र। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक को पत्र लिखकर पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के कार्यकाल की जांच की मांग की है।

    पत्र में मरांडी ने लिखा है कि पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के नेतृत्व वाले संगठित आपराधिक सिंडिकेट के बीच साठगांठ से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।

    एक हाई प्रोफाइल पूर्व पुलिस अधिकारी और एक कुख्यात संगठित आपराधिक सिंडिकेट द्वारा कोयलांचल शांति समिति नामक एक मुखौटा संगठन चलाया जा रहा है।

    यह सिंडिकेट लंबे समय से हत्या, ठेकेदारों, ट्रांसपोर्टरों, डॉक्टरों, वकीलों और व्यवसायियों से जबरन वसूली और अवैध हथियारों के व्यापार जैसे संगठित अपराधों में लिप्त रहा है। पत्र में बाबूलाल मरांडी ने एनआईए को जानकारी दी है कि सुजीत सिन्हा गिरोह पंजाब के मोगा जिले में ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियारों की खरीद कर रहा है।

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    ये हथियार शत्रुदेश पाकिस्तान से प्राप्त किए गए हैं। हाल ही में, रांची पुलिस ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा को गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया। उनके मोबाइल फोन से डेटा एक्सेस किया गया, जिससे झारखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के साथ सीधा और संदिग्ध संबंध होने का संकेत मिलता है।

    रिया सिन्हा और गिरोह के अन्य सदस्यों से पूछताछ के दौरान यह आरोप लगाया गया है कि सुजीत सिन्हा गिरोह वास्तव में अनुराग गुप्ता के इशारे पर चलाया और संचालित किया जा रहा था। अनुराग गुप्ता को जबरन वसूली गई राशि का एक निश्चित प्रतिशत दिया जा रहा था।

    गैंगस्टर अमन साहू की मुठभेड़ प्रतिस्पर्धा को समाप्त करने और सुजीत सिन्हा गिरोह को अपने आपराधिक एकाधिकार को मजबूत करने में मदद करने के लिए अनुराग गुप्ता के इशारे पर तैयार की गई थी। इन वजहों से अनुराग गुप्ता और सुजीत सिन्हा के गठजोड़ की पूरी जांच एनआईए करे।