सावन में पहाड़ी मंदिर में शीघ्र दर्शन की व्यवस्था समाप्त, पूजा के लिए श्रद्धालुओं को लाइन में लगना होगा
रांची के पहाड़ी मंदिर में शीघ्र व्यवस्था खत्म कर दी गई है। मंदिर में पहले बुजुर्गों और शारिरिक रूप से कमजोर लोगों को तुरंत दर्शन करवाया जाता था। इस व्यवस्था को अब मंदिर प्रशासन ने खत्म कर दिया है। इसके अलावा इस बार पहाड़ी बाबा के मुख्य मंदिर में अरघा लगाने के साथ ही परिसर के अन्य मंदिरों में भी अरघा से ही जलाभिषेक की व्यवस्था होगी।

रांची, जागरण संवाददाता। सावन चार जुलाई 30 से आरंभ हो रहा है। इस बार सावन में पहाड़ी बाबा के शीघ्र दर्शन की व्यवस्था नहीं होगी। श्रद्धालुओं को पहाड़ी बाबा का दर्शन-पूजा के लिए लाइन में लगना होगा।
बता दें कि मंदिर में पहले बुजुर्गों और शारीरिक रूप से कमजोर के लिए पहाड़ी मंदिर विकास समिति द्वारा शीघ्र दर्शन की व्यवस्था की जाती थी। इसे समाप्त कर दिया गया है।
पहाड़ी मंदिर विकास समिति के कोषाध्यक्ष उत्तम कुमार ने कहा कि शीघ्र दर्शन कराने से अव्यवस्था उत्पन्न हो जाती है। जो देर रात से लाइन में लगे उनके साथ भेदभाव हो जाता है, जो ठीक नहीं है।
पहाड़ी मंदिर विकास समिति सावन की तैयारी में जुट गया है। मंदिर का रंग-रोगन पूरा हो चुका है। अब सफाई व मुख्य मंदिर से नीचे तक लगे शेड की मरम्मत की जा रही है।
साहन को लेकर हर जगह तैयारी चल रही है। पूजा-पाठ व रुद्राभिषेक के लिए सामग्री खरीद जा रही है। रांची के ऐतहासिक पहाड़ी मंदिर में सावन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। संभावित भीड़ को देखते हुए इस बार पहाड़ी बाबा के मुख्य मंदिर में तो अरघा लगाया ही जाएगा, इस बार परिसर के अन्य मंदिरों में भी अरघा से ही जलाभिषेक की व्यवस्था होगी।
बीते दिनों उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसका निर्णय लिया गया। पहाड़ी बाबा मंदिर में चार अरघा लगाए जाएंगे, जो चांदी का बना है।
परिसर की होगी साज-सज्जा
पहाड़ी मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाएगा। मुख्य गेट से लेकर पहाड़ी तक फूलों की माला और इलेक्ट्रिक बल्ब से साज-सज्जा की जाएगी। जुलाई की रात तक सजावट का काम हो जाएगा।
सावन में मंदिर की व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को पहाड़ी मंदिर विकास समिति की बैठक कोषाध्यक्ष उत्तम कुमार की अध्यक्षता में होगी। बैठक में पूरे सावन का खाका खींचा जाएगा।
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