Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand Crime News: 15 लाख का इनामी PLFI उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा के निशाने पर थे आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, जानिए क्या थी रणनीति

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 12:31 PM (IST)

    पीएलएफआइ रीजनल कमांडर तथा 15 लाख रुपये का इनामी मार्टिन केरकेट्टा के मारे जाने से झारखंड पुलिस ने राहत की सांस ली है। मार्टिन के निशाने पर आजसू सुप्रीमो तथा झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो थे। इसकी सूचना खुफिया विभाग ने भी झारखंड पुलिस को दी थी।दस लाख के इनामी जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप ने भी पुलिस की पूछताछ में इसका खुलासा किया था।

    Hero Image
    मार्टिन केरकेट्टा के मारे जाने से पुलिस ने राहत की सांस ली है।

    राज्य ब्यूरो, रांची । गुमला जिले के कामडारा में मारा गया पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) का कुख्यात रीजनल कमांडर तथा 15 लाख रुपये का इनामी मार्टिन केरकेट्टा के मारे जाने से झारखंड पुलिस ने राहत की सांस ली है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मार्टिन केरकेट्टा के निशाने पर आजसू सुप्रीमो झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो थे। इसकी  सूचना खुफिया विभाग ने भी झारखंड पुलिस से साझा की थी।

    पूर्व में गिरफ्तार पीएलएफआइ के दस लाख के इनामी जोनल कमांडर तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप ने भी पुलिस की पूछताछ में इसका खुलासा किया था।

    रांची पुलिस ने तिलकेश्वर गोप को 25 जनवरी 2023 को अनगड़ा थाना क्षेत्र के जोन्हा इलाके से पकड़ा था। पुलिस ने तिलकेश्वर के साथ एक अन्य माओवादी सूरज गोप को भी गिरफ्तार किया था।

    उसके पास से रायफल, देसी बंदूक, कारतूस व पीएलएफआइ का पर्चा बरामद किया गया था। उस छापेमारी में मार्टिन केरकेट्टा एके-47 के साथ भाग निकला था।

    सुदेश महतो को उग्रवादियों ने निशाने पर क्यों रखा था, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि इसका राजनैतिक कारण था।

    हालांकि, अब मार्टिन के मारे जाने के बाद आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो का भी खतरा टल गया है।

    उसकी मौत के बाद क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म है।

    जोन्हा में बनाई थी सुदेश को नुकसान पहुंचाने की योजना

    25 जनवरी 2023 को मार्टिन केरकेट्टा के नेतृत्व में रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र के जोन्हा के जंगल में माओवादियों की बैठक हुई थी।

    इस बैठक में मार्टिन केरकेट्टा के अलावा तिलकेश्वर गोप, सूरज गोप उर्फ कोका गोप व मोटू उर्फ मुंडा शामिल हुए थे। इसी बैठक में माओवादियों ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को नुकसान पहुंचाने की योजना बनाई थी।

    वे वहां पुलिस की छापेमारी से 20-25 दिन पहले से कुछ युवाओं को भी संगठन में शामिल करने का प्रयास कर रहे थे और लेवी भी वसूल रहे थे। रांची पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापा मारा तो तिलकेश्वर व उसका दूसरा साथी सूरज गोप पकड़ा गया था।

    मार्टिन व मोटू फरार हो गए थे। इस मामले में अनगड़ा के तत्कालीन थानेदार ब्रजेश कुमार के बयान पर अनगड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके बाद से ही मार्टिन उस क्षेत्र से भागकर खूंटी व गुमला क्षेत्र में सक्रिय हो गया था। मंगलवार की रात सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में वह मारा गया है।