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पानी के इंतजार में दोपहर तक नहीं जला चूल्हा

लगातार तीसरे दिन रुक्का डैम से जलापूर्ति नहीं होने के कारण राजधानी में लोग परेशान रहे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 07:26 AM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 07:26 AM (IST)
पानी के इंतजार में दोपहर तक नहीं जला चूल्हा
पानी के इंतजार में दोपहर तक नहीं जला चूल्हा

जागरण संवाददाता, रांची : लगातार तीसरे दिन रुक्का डैम से जलापूर्ति नहीं होने के कारण राजधानी के आधे से अधिक इलाकों में त्राहिमाम की स्थिति रही। पानी की तलाश में लोग भटकते रहे। कही लोग भोजन बनाने को लेकर परेशान थे तो कहीं पीने के पानी के लिए। मंगलवार को भी रुक्का डैम से पानी सप्लाई की समस्या बनी रहेगी। ग्राउंड रिपोर्टिग के दौरान रातू रोड के मधुकम क्षेत्र में तो विचलित करने वाली तस्वीरें दिखी। दो ऐसे परिवार मिले जिनके घर पानी नहीं होने के कारण दोपहर तक चूल्हा नहीं जल सका। सोमवार को दोनों परिवार के सभी सदस्य पानी के इंतजाम में लगे रहे। इस बीच घर में अन्य काम भी बाधित रहा। उन्होंने बताया कि पानी की किल्लत तो उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है, लेकिन जब लगातार दूसरे दिन पानी नहीं मिलता है तो स्थिति गंभीर हो जाती है। सोमवार को तो तीसरा दिन था जब पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। ज्ञात हो कि जलापूर्ति के संदर्भ में मधुकम सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। चूल्हा नहीं जलने जैसी स्थिति अन्य कई घरों में भी दिखी। कई परिवारों में तो बाजार से पानी मंगवा कर आवश्यक काम चला रहे थे। चापाकल खराब है और टंकी पर लंबी लाइन

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पहले परिवार की गृहणी जया कुजूर बताती हैं कि दो दिनों से पानी नहीं मिलने की स्थिति में ड्रम और टब भी खाली हो गए। बर्तन धोने से लेकर खाना बनाने और नहाने तक के लिए पानी का इंतजाम करना था। घर के पास स्थित एक चापाकल खराब है। थोड़ी दूर पर मिनी एचवायडीटी (पानी टंकी) लगा है लेकिन वहां सुबह सैकड़ों की भीड़ थी। कुछ घंटों में ही मिनी एचवायडीटी में पानी खत्म हो गया। ऐसे में पड़ोसी के घर से दो बाल्टी पानी जुगाड़ किया, जिनके यहां बो¨रग की व्यवस्था है। घर के कई सदस्यों को बिना नहाए दिन बिताना पड़ा। बेटा बिना नहाए स्कूल गया

दूसरे परिवार की मनोरमा देवी का दिन पानी ढोने में बीत गया। बातचीत में अपना दर्द बया करते हुए कही, क्या करें, पति अपने काम पर निकल गए और बेटा स्कूल चला गया। इसके बाद वे घर पर अकेली पानी के इंतजाम में लगी रही। पड़ोसियों से बामुश्किल एक ही बाल्टी पानी मिला। इसके बाद दूर हनुमान मंदिर में स्थित सार्वजनिक नल से बाल्टी में पानी भर कर लाने में दोपहर हो गया। घर की सफाई के बाद जबतक चूल्हा जला तबतक ढाई बज चुके थे। मनोरमा देवी की ही तरह क्षेत्र के कई लोग मंदिर से पानी लाते दिखे। राजधानी का 60 फीसद इलाका रहा प्यासा

पानी सप्लाई नहीं होने से लगातार तीसरे दिन सोमवार को भी राजधानी के 60 फीसद इलाके के लोग परेशान रहे। रुक्का डैम के मुख्य पाइपलाइन में मरम्मत का कार्य सोमवार शाम तक चलता रहा और इस बीच प्लांट से जलापूर्ति पूरी तरह बाधित रही। रातू रोड के अलावा बरियातू, मोरहाबादी, कोकर, लालपुर, मेन रोड, कर्बला चौक सहित ¨हदपीढ़ी में जल संकट बना रहा। अधिकारियों के अनुसार यदि सोमवार की रात तक रुक्का से पानी सप्लाई शुरू की गई तब भी मंगलवार तक कुछ ही क्षेत्रों में आपूर्ति की जा सकेगी। वर्जन -

बूटी जलागार को अभी तक पानी नहीं मिल सका है। जैसे ही रुक्का से आपूर्ति होती है, हम प्रभावित क्षेत्रों में एक-एक करके सभी क्षेत्रों में सप्लाई करेंगे।

: केके वर्मा, कार्यपालक अभियंता, बूटी डिविजन।


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