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गढ़वा से 14 वर्षीय नाबालिग का अपहरण कर बिहार ले जाकर गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म, पिटाई भी की

Garhwa News Jharkhand News मामला गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के एक गांव का है। अपहर्ताओं ने लड़की का अपहरण के बाद गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म किया और पिटाई भी की। सीडब्ल्यूसी औरंगाबाद के माध्यम से पीड़‍िता गढ़वा लाई गई।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Mon, 18 Oct 2021 07:06 PM (IST)
गढ़वा से 14 वर्षीय नाबालिग का अपहरण कर बिहार ले जाकर गाड़ी में सामूहिक दुष्कर्म, पिटाई भी की
Garhwa News, Jharkhand News मामला गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के एक गांव का है।

गढ़वा, जासं। गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के एक गांव की 14 वर्षीय लड़की का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। अपहर्ताओं ने नाबालिग लड़की को उसके गांव के निकट से ही अपहरण कर लिया और बिहार ले जाने के दौरान गाड़ी में ही दुष्कर्म किया। साथ ही बेरहमी से लड़की की पिटाई भी की। अपहर्ताओं के चंगुल से भागने के बाद औरंगाबाद, बिहार के जिला बाल कल्याण समिति के माध्यम से गढ़वा पहुंची पीड़िता का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।

साथ ही गढ़वा न्यायालय में सीआरपीसी 164 के तहत उसका बयान भी दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार पीड़िता का 11 अक्टूबर 2021 को चारपहिया वाहन में सवार लोगों ने उस समय अपहरण कर लिया था, जब वह श्रृंगार का सामान लेने के लिए मोखापी मोड़ स्थित दुकान में जा रही थी। गाड़ी में दो महिला तथा दो पुरुष मौजूद थे। पीड़िता के अनुसार गाड़ी में हरिहरपुर ओपी के दारीदह गांवा के दिनेश सिंह तथा राजेश सिंह भी थे, जिन्हें वह पहचानने का दावा कर रही है।

बताया गया कि उक्त गाड़ी में सवार लोगों ने कांडी थाना क्षेत्र के मोखापी मोड़ के समीप नाबालिग लड़की से कांडी जाने का रास्ता पूछा था। इसके पश्चात गाड़ी से उतरी एक महिला ने नाबालिग लड़की को एक थप्पड़ मारा और उसके चेहरे पर काला कपड़ा डालकर गाड़ी में बैठा लिया। इसके पश्चात उसके साथ गाड़ी में ही दुष्कर्म व मारपीट की गई। बताया गया कि डेहरी आन सोन, बिहार में उक्त गाड़ी में अपहर्ताओं की गैरमौजूदगी में पीड़िता वहां से भाग निकली।

इसके बाद वह एक बस पकड़कर औरंगाबाद चली गई। वहां बस से उतरकर जब पीड़िता रो रही थी, तब दो महिलाओं ने उससे पूछताछ कर औरंगाबाद थाना पहुंचा दिया। इसके बाद औरंगाबाद पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज कर उसे सीडब्ल्यूसी औरंगाबाद को सौंप दिया। इसके पश्चात सीडब्ल्यूसी ने उसे बालिका गृह में रखा तथा चाइल्डलाइन गढ़वा से संपर्क कर उसे सौंप दिया।