Jharkhand News:विशाखापटनम में बंधक बने थे बोकारो के 13 मजदूर, सरकार ने कराया मुक्त
आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में बंधक बने सभी 13 मजदूरों की बुधवार की सुबह सकुशल घर वापसी हो गई है। ये मजदूर बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के सोनपुर पंचायत स्थित सिली साड़म गांव के रहने वाले हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग सह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद के प्रयास से 48 घंटे के भीतर यह कार्रवाई संभव हो सका।

राज्य ब्यूरो, रांची। आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम स्थित एक निजी कंपनी निकनम केमिकल प्राइवेट लिमिटेड में बंधक बने सभी 13 मजदूरों की बुधवार की सुबह सकुशल घर वापसी हो गई है।
ये मजदूर बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के सोनपुर पंचायत स्थित सिली साड़म गांव के रहने वाले हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग सह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद के प्रयास से 48 घंटे के भीतर यह कार्रवाई संभव हो सका।
उन्होंने मुख्य सचिव को इसके लिए निर्देशित किया था और त्वरित कार्रवाई का आदेश दिया था। इसके बाद तत्काल संबंधित विभागों एवं प्रशासनिक स्तर पर गंभीर पहल की गई।
एक मजदूर के स्वजन अखिलेश्वर मांझी की शिकायत पर ही मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने पहल करते हुए यह कार्रवाई की थी। सभी 13 मजदूर पांच सितंबर को मजदूरी करने विशाखापतनम गए थे।
वहां उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था। उनसे जबरन काम करवाया जा रहा था और आने भी नहीं दिया जा रहा था। उनके साथ मारपीट भी की जा रही थी।
इन मजदूरों में अनिल किस्कू, अरविंद हेम्ब्रम, धर्मराज किस्कू, प्रेम कुमार हेम्ब्रम, जगदेव किस्कू, सुभाष किस्कू, सुधाकर हांसदा, राजेंद्र हेम्ब्रम, सुनील मरांडी, विमल सोरेन, संदीप सोरेन, अजीत टुडू व मुटू सोरेन शामिल थे।
मंत्री ने किया स्वागत, दिया हर संभव सहयोग का भरोसा
बुधवार की सुबह रांची लौटने के बाद सभी श्रमिक मंत्री योगेंद्र प्रसाद के रांची स्थित आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात कर अपनी व्यथा साझा की। सबने मंत्री का आभार जताया।
मौके पर मंत्री ने सबों का स्वागत किया और कहा कि राज्य सरकार अपने प्रत्येक नागरिक के साथ मजबूती से खड़ी है। राज्य के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों की रक्षा करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
किसी भी परिस्थिति में राज्य के श्रमिकों को असुरक्षित महसूस नहीं होने दिया जाएगा। मंत्री ने श्रमिकों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करेगी तथा भविष्य में उनकी आजीविका के लिए आवश्यक सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित कराएगी।
सरकार लगातार ऐसे मामलों पर गंभीरता से नजर रख रही है ताकि भविष्य में किसी भी श्रमिक को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मंत्री ने सभी श्रमिकों को रांची से सिली साड़म तक सुरक्षित घर वापसी के लिए विशेष बस की व्यवस्था की और उन्हें गांव भिजवाया।
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