मूक-बधिर बच्चे को मिली सुनने-बोलने की शक्ति
रांची : चिकित्सकों के प्रयास से एक मूक-बधिर बच्चे को सुनने और बोलने की शक्ति मिली। बत्रा अस्पताल के इएनटी विशेषज्ञ डॉ. सुनील कथुरिया और डॉ. लाल अस्पताल के डॉ. समित लाल की टीम ने रविवार को चार वर्षीय मूक-बधिर बच्चे के कान की सर्जरी की। डॉ. लाल अस्पताल में बच्चे के मस्तिष्क में कॉक्लेयर इंप्लांट किया गया। बच्चे का नाम ओजस है। वह बोकारो का रहने वाला है। इस इंप्लांट से बच्चे को सुनने की शक्ति मिल जाएगी। इसके बाद बच्चे को स्पीच थेरेपी कराई जाएगी। कॉक्लेयर इंप्लांट में मस्तिष्क में चिप डाला जाता है और कान के पीछे एक डिवाइस लगाई जाती है, जिसमें एक बैटरी लगती है। डिवाइस व चिप की मदद से सुनने की शक्ति मिलती है। इसके बाद मरीज धीरे-धीरे बोलने भी लगता है। उन्होंने बताया कि मेट्रो शहर में ही कॉक्लेयर इंप्लांट की सर्जरी होती है। छोटे शहरों में इसकी सुविधा नहीं है। ऑपरेशन करने में 7.30 लाख रुपये खर्च होते हैं। सर्जरी 12 माह तक के बच्चों की भी हो सकती है। ऑपरेशन के बाद अभिभावकों को चाहिए कि कान के पीछे लगे डिवाइस को पानी से भींगने से बचाकर रखें और समय-समय पर डिवाइस की बैट्री बदलते रहें। डॉ. विवेक मोहन बच्चे को स्पीच थेरेपी देंगे।
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