सैलानियों को बुला रहा है आकर्षक झरना व कल-कल जल
पहाड़ों की तलहटी व मनोरम वादियों में बसा निम्मी का झरना लोगों को आकर्षित करता है।

संवाद सूत्र, भुरकुंडा (रामगढ़) : पहाड़ों की तलहटी व मनोरम वादियों में बसा निम्मी का झरना सैलानियों को बरबस अपनी ओर खिचता है। वहीं किन्नी का हथुआदाह झरना सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। नव वर्ष 2021 का आगमन होने वाला है। नया साल आते ही लोगों में घूमने जाने की होड़ लग जाती है। लोग नए नए जगहों पर घूमने के साथ-साथ पिकनिक मनाने के लिये जगह तलाशने लगते हैं। इसी बीच निम्मी का निम्मी झरना और किन्नी का हथुआदाह झरना कोयलांचल सहित आसपास के लोगों के लिए एक अच्छा पिकनिक स्पॉट साबित हो रहा है। निम्मी का झरना अपने आप में मशहूर है। लोग यहां हर साल बड़ी संख्या में पिकनिक मनाने और घूमने के लिए पूरे परिवार के साथ आते हैं। पहाड़ों से बहता कल-कल पानी और चारों ओर जंगल इस खूबसूरती में चार चांद लगा देता है। झरने के ऊपर से पहाड़ों ओर नीचे बसे गांवों का नजारा देखते ही बनता है। वहीं दूसरी तरफ किन्नी स्थित हथुआदाह झरना पिकनिक के लिए लोगों के पसंदीदा स्थल बन गया है। किन्नी और घाघरा रास्ते के बीच यह झरना पेड़-पौधों और चट्टानों को आगोश में लिए लोगों को आकर्षित करती है। यह झरना काफी आकर्षक व मनोरम है। झरना का पानी जब उपर पहाड़ों से होते हुए जब चट्टानों के बीच से गिर रहा होता है तो पूरे पानी का रंग नीलापन अपने आप में छंटा बिखेर देता है। साथ ही युवाओं के लिए यह सेल्फी प्वांइट भी बन गया है। दिसंबर माह से यहां चहल-पहल बढ़ गई है जो फरवरी माह तक जारी रहेगी।
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यहां कैसे पहुंचे
निम्मी झरना पहुंचने के लिए मतकम्मा चौक से चिकोर के रास्ते निम्मी पहुंचा जा सकता है। वही किन्नी
के झरने तक पहुंचने के दो रास्ते है। पहला मतकम्मा चौक से देवरिया होते हुए घाघरा पार कर यहां पहुंचा जा सकता है। और दूसरा बलकुदरा के गेगदा के डोमन महतो स्कूल होते हुए किन्नी पहुंच कर वहां से घाघरा के रास्ते पर आगे बढ़ने पर ये झरना मिल जाएगा।
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