Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ramgarh Crime News: सोनाली आत्महत्या मामले में सीआइडी की एंट्री, पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

    By Jagran NewsEdited By: Kanchan Singh
    Updated: Thu, 10 Jul 2025 06:31 PM (IST)

    बहुचर्चित सोनाली आत्महत्या मामले ने अब एक नयामोड़ ले लिया है। इस हाइप्रोफाइल केस की जांच अब सीआइडी को सौंप दी गई है। इससे पहले बोकारो प्रक्षेत्र के आइजी क्रांति कुमार गडिदेशी के नेतृत्व में की गई प्रारंभिक जांच में कई अहम बातें सामने आई थीं। सोनाली के पिता विमल कुमार सिंह ने सौरभ की बहन श्वेता सिंह और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए थे।

    Hero Image
    सोनाली आत्महत्या मामले की जांच अब सीआइडी करेगी।

    मनोज कुमार सिंह, लपंगा  (रामगढ़) । जिले के बहुचर्चित सोनाली आत्महत्या मामले ने अब एक नयामोड़ ले लिया है। इस हाइप्रोफाइल केस की जांच अब सीआइडी को सौंप दी गई है।

    सीआइडी अधिकारी एएसपी दीपक कुमार की टीम इस मामले की गहन जांच करेगी। इससे पहले बोकारो प्रक्षेत्र के आइजी क्रांति कुमार गडिदेशी के नेतृत्व में की गई प्रारंभिक जांच में कई अहम बातें सामने आई थीं।

    इस मामले में सोनाली के पिता विमल कुमार सिंह ने सौरभ की बहन श्वेता सिंह और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए थे। बता दें कि करीब 6-7 माह पहले सौरभ ने आत्महत्या कर ली थी।

    उस समय सौरभ की आत्महत्या के लिए सोनाली और उनके परिवार पर उकसाने का आरोप लगा था। इसके बाद 18 जून को सोनाली ने भी आत्महत्या कर ली।

    सोनाली ने अपने सुसाइड नोट में सौरभ की बहन श्वेता सिंह और उनके परिजनों पर प्रताड़ना और पुलिस को गुमराह करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस की कार्यशैली और उत्पीड़न का भी जिक्र किया था।

    मामले की गंभीरता को देखते हुए आइजी क्रांति कुमार गडदेशी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रामगढ़ थाना के जांच अधिकारी (आइओ) ओमकार पाल को निलंबित कर दिया था। इसके बाद मामले की जांच रामगढ़ के पुलिस कप्तान अजय कुमार को सौंपी गई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निष्पक्ष जांच की दिशा में कदम उठाए जा रहे थे, लेकिन अब सीआइडी की एंट्री ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। सीआइडी की जांच से यह संकेत मिलता है कि मामला गहरा है और इसमें कई अनसुलझे पहलू हैं।

    इस मामले में सबसे बड़ा सवाल पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहा है। सोनाली के सुसाइड नोट में पुलिस उत्पीड़न के आरोपों ने पूर्व थाना प्रभारी और महिला थाना प्रभारी को भी शक के घेरे में ला दिया था।

    हालांकि, विमल कुमार सिंह ने बाद में पुलिस पर भरोसा जताया। इसके चलते कुछ हद तक विवाद थम गया था। लेकिन अब सीआइडी की जांच ने इन सवालों को फिर से हवा दे दी है।

    वहीं, इस मामले में सौरभ और सोनाली की बात का एक आडियो भी वायरल हुआ है, जो जांच का विषय बना हुआ है। आडियो की सैंपलिंग की प्रक्रिया से सोनाली को कथित तौर पर मानसिक परेशानी हुई थी।

    इसके बाद पुलिस उत्पीड़न का आरोप भी सामने आया। अब सीआइडी इस ऑडियो की प्रामाणिकता की जांच करने के साथ-साथ रामगढ़ थाना में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी बारीकी से पड़ताल करेगी।

    सीआइडी की टीम इस मामले में हर पहलू को गहराई से जांचने की तैयारी में है, ताकि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और निर्दोषों को बरी किया जा सके।

    इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं, और आने वाले दिनों में इस केस में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।

     सोनाली सुसाइड मामले में रामगढ़ थाना के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच होनी चाहिए, ताकि भ्रम की स्थिति साफ हो और गुनहगार को सजा मिले। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए। जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक मैं इस मामले को पुरे जोरशोर से उठाता रहूंगा।

    – वैद्यनाथ कुमार, बाल अधिकार कार्यकर्ता, रांची।