Jharkhand News: इधर कोयला तस्कर ले रहे मजे, उधर दो थानेदार आपस में भिड़े; क्या है पूरा मामला?
रामगढ़ में दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में पुलिस की व्यस्तता का फायदा उठाकर कोयला तस्कर सक्रिय हो गए। रामगढ़ थाना क्षेत्र के अरगड्डा इलाके में कोयला लदा ट्रक पकड़ा गया जिसके बाद गिद्दी और रामगढ़ थाना प्रभारियों में झड़प हो गई। मामला अवैध कोयला तस्करी से जुड़ा बताया जा रहा है जहां पैसे के लेन-देन को लेकर विवाद है।
जागरण संवाददाता, रामगढ़। जिले का पुलिस महकमा जहाँ दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में व्यस्त है, वहीं कोयला तस्कर इस मौके का फायदा उठाने से नहीं चूक रहे हैं। मामला रामगढ़ थाना क्षेत्र के अरगड्डा इलाके का बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात करीब 10:00 बजे रामगढ़ थाना क्षेत्र के सिरका बुध बाजार से कोयला लदा एक ट्रक अरगड्डा क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में गिराने जा रहा था। इसी दौरान अरगड्डा मोड़ पर गिद्दी थाना प्रभारी राणा भूषण प्रताप सिंह ने ट्रक चालक को रुकने का इशारा किया।
दिशोंम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में जहां जिले का पुलिस महकमा व्यस्त है, वहीं कोयला तस्कर इस मौके का फायदा उठाने से नहीं चुक रहे। एक कोयले से लदे ट्रक को लेकर रामगढ़ थाना के प्रभारी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार भी वहां पहुंचे और गिद्दी थाना प्रभारी से भीड़ गए @JharkhandPolic pic.twitter.com/FYQVvmIsBA
— Rajesh Kumar (@jagranrajesh123) August 16, 2025
इसके बावजूद ट्रक चालक ने वाहन को तेज गति से चलाते हुए सीधे फैक्ट्री के तौल कांटे में घुसा दिया। इसके बाद गिद्दी थाना प्रभारी वहाँ पहुँचे और वाहन को जब्त कर ले जाने पर अड़ गए। इस बीच सूचना मिलने पर रामगढ़ थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार भी वहां पहुंचे और गिद्दी थाना प्रभारी से उनकी झड़प हो गई।
रामगढ़ के प्रभारी थाना प्रभारी ने कहा कि चूंकि कोयला उनके क्षेत्र से उठाव हुआ है इसलिए यह उनके क्षेत्र का मामला है। समाचार भेजे जाने तक शनिवार की सुबह 9:00 बजे गिद्दी थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ फैक्ट्री के तौल कांटे के बाहर मौजूद थे।
पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि रात में कोयला लदे एक हाइवा ने उनके वाहन को टक्कर मार दी। वह वाहन मालिक से मुआवजा लेने का इंतजार कर रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि मामला अवैध कोयला तस्करी में पैसे के लेनदेन से जुड़ा है। कोयला कारोबार को मैनेज करने वाले रात से ही सक्रिय थे। वाहन मालिक रात में वाहन छोड़ने के बदले एक लाख तक देने को तैयार था जबकि मांग करीब तीन लाख रुपये बताई जा रही है।
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