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    रजरप्पा के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ मनाएं पिकनिक

    -यहां की प्राकृतिक मनोरम वादियों व मां की भक्ति सैलानियों को करती है आकर्षित।

    By JagranEdited By: Updated: Mon, 23 Dec 2019 06:19 AM (IST)
    रजरप्पा के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ मनाएं पिकनिक

    तारकेश्वर महतो, रजरप्पा (रामगढ़) : नववर्ष 2020 आने में अभी एक सप्ताह का समय बचा हुआ है, लेकिन, प्रकृति की गोद में बसा सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिके मंदिर प्रक्षेत्र में पिकनिक मनाने का दौर शुरू हो गया है। इन दिनों वर्ष 2019 की विदाई के साथ-साथ नए वर्ष 2020 के आगमन को लेकर पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ जुटने लगी है। मनोरम वादियां और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच नए साल का जश्न मनाने के लिए छिन्नमस्तिका मंदिर प्रक्षेत्र में शानदार पिकनिक स्पॉट है। राजधानी रांची से 65 किलोमीटर और रामगढ़ जिला से 25 किलोमीटर दूर रजरप्पा स्थित मां छिन्मस्तिका मंदिर प्रक्षेत्र की सुंदरता सैलानियों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है। क्योंकि जो एक बार यहां पिकनिक मनाने आया वह निश्चित ही दोबारा आना चाहता है। श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के साथ साथ पिकनिक का भी भरपूर आनंद लेते हैं। मंदिर परिसर की प्राकृतिक मनोरम वादियों व यहां अवस्थित नदियां एवं मा छिन्मस्तिका की भक्ति लोगों को अपनी और इस कदर आकर्षित करती है कि लोग यहां खिचे चले आने को विवश हो जाते हैं। इस कारण प्रत्येक वर्ष यहां पिकनिक मनाने के लिए भारी संख्या में लोगों का जुटान होता है। लोग मां छिन्मस्तिके की पूजा-अर्चना करने के बाद यहां की प्राकृतिक मनोरम वादियों के बीच अपने परिजनों व दोस्तों के साथ पिकनिक मनाते हैं। मंदिर परिसर के पास अवस्थित नदी किनारे व पहाड़ों के बीच पिकनिक पर सामूहिक भोज का आनंद ही कुछ और है। इसके अलावा लोग रजरप्पा मंदिर से एक किलोमीटर दूरी पर अवस्थित गर्मकुंड में भी स्नान करते हैं। मान्यता है कि यहां स्नान करने से चर्म रोग जैसी बीमारियां दूर होती है। रजरप्पा स्थित अष्ट मंदिर, सूर्य मंदिर, बीस फीट का शिवलिग, दक्षिणी काली मंदिर भी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यही कारण है कि दिसंबर माह के अंतिम दौर से ही यहां हजारों की तादाद में लोगो का आने का सिलसिला शुरू हो जाता है, तो जनवरी के बाद सब चलता रहता है। दामोदर नद में नौका विहार का भी मिलता का है आनंद

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    मां छिन्नमस्तिका मंदिर के पास अवस्थित कलकल करती दामोदर नदी के तट पर सैलानी नौका विहार का भी भरपूर आनंद लेते हैं। पहाड़ों को चीरकर निकलती पानी की कलकल ध्वनि व चारों ओर विशाल पहाड़ों व चट्टानों से घिरी नदी का प्राकृतिक सौंदर्य भी लोगों को खूब लुभाता है। हालांकि दामोदर नदी की गहराई के मद्देनजर नौका बिहार का आनंद लेने वाले लोग पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं है। इसके वावजूद लोग प्राकृतिक मनोरम वादियों का आनंद लेने के लिए स्वयं को नौका विहार करने से रोक नहीं पाते।

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    संगमस्थल के समीप पिकनिक स्पॉटो में मस्ती, सेल्फी लेने की रहती है होड़

    छिन्नमस्तिके मंदिर प्रक्षेत्र में पहली जनवरी में यहां पिकनिक के लिए पहुंचने वाले युवाओं की टोली नदी के दोनों ओर खुले स्थान और पानी के बीच बड़े चट्टानों के बीच पिकनिक का आनंद लेते हैं और खूब मस्ती करते हैं। इससे दामोदर व भैरवी नदी का संगम स्थल आकर्षण का केंद्र बना रहता है। यहां नौका विहार का भी मजा लेते हैं। इस दौरान संगम स्थल के समीप सेल्फी लेने व फोटो शूट करवाने वालों का तांता लगा रहता है। सेल्फी लेने का क्रेज इस कदर रहता है कि खासकर युवा वर्ग के लोग डेंजर जोन में जाकर चट्टानों पर चढ़कर फोटो शूट करवाते हैं, जो पूर्ण रूप से जोखिम भरा है। उसके बाद शाम को डीजे म्यूजिक के साथ झूमते गाते हुए सामूहिक भोज का आनंद लेते है।

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    मंदिर न्यास समिति व प्रशासन द्वारा सुरक्षा का रहता है व्यापक इंतजाम

    नववर्ष को लेकर रजरप्पा स्थित छिन्मस्तिका मंदिर प्रक्षेत्र में भारी संख्या में लोग पूजा और पिकनिक मनाने के लिए पहुंचते हैं। इसके लिए मंदिर न्यास समिति व प्रशासन द्वारा सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किए गए हैं। ताकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं एवं सैलानियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। इसके अलावे असामाजिक तत्वों पर भी पुलिस की विशेष नजर रहेगी। ताकि किसी प्रकार की परिस्थितियों में से निपटा जा सके।

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    मंगल आरती के साथ शुरू होगा नववर्ष 2020

    छिन्नमस्तिका मंदिर के पुजारी व न्याय समिति के अध्यक्ष शुभाशीष पंडा ने बताया कि साल के पहले दिन एक जनवरी को मंगल आरती के साथ छिन्नमस्तिके मंदिर का पट श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। नए वर्ष में पिकनिक के साथ पूजा अर्चना के लिए भी भारी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। जो पूजा अर्चना के बाद मां भगवती के दर्शन कर नए साल की शुरुआत करते हैं।