कोयला तस्करी में आड़े आ रहे सीसीएल सुरक्षा विभाग कर्मी, तस्कर करवा रहे हमले
रामगढ़ जिले में कोयला तस्करों का आतंक बढ़ता जा रहा है। तस्कर सीसीएल सुरक्षा कर्मियों पर हमला कर रहे हैं। हाल ही में अरगड्डा और रजरप्पा में सीसीएल के गश्ती दलों पर हमले हुए जिसमें कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिससे सीसीएल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

देवान्शु शेखर मिश्र, रामगढ़। कोयला तस्करी को लेकर अक्सर सुर्खियां बटोरने वाले रामगढ़ जिले में तस्कर सीधे आक्रामक मूड में दिख रहे हैं और उनके अवैध धंधे के आड़े आने वाले सीसीएल सुरक्षा कर्मियों पर उग्र हो रहे हैं। काेयला चोरों को आगे कर तस्कर इसका लाभ ले रहे हैं। सीसीएल के खदानों से तस्कर कोयला स्टाक करवाते हैं।
इसके बाद उसे स्थानीय फैक्ट्रियों में गिरवाते हैं। एक दिन पहले यानी 24 सितंबर को रामगढ़ थाना क्षेत्र के अरगड्डा में दिनदहाड़े सीसीएल के गश्ती दल पर हमला गया। इसमें 20-25 की संख्या में कोयला चोरों के तस्करों के इशारे पर केडी कंपनी भूली क्वार्टर जाने वाले मार्ग पर सीसीएल क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी दीपक कच्छप के गश्ती वाहन पर हमला कर दिया।
कोयला चोर कर रहे हमला
कोयला चोरों ने डंडे व हॉकी स्टिक से से हमला कर दीपक कच्छप समेत सहायक सुरक्षा निरीक्षक प्रदीप बाड़ा हवलदार संजीत कुमार, होमगार्ड के जवान धरमू व मुबारक को घायल कर दिया। सीसीएल सुरक्षा दल किसी तरह से वहां से जान बचाने में कामयाब हुए। सभी का अस्पताल में इलाजरत हैं।
इससे पूर्व भी यहां कई घटनाएं घट चुकी हैं। तस्करों के बढ़ते मनोबल को इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अरगड़डा की घटना के एक दिन बाद ही 25 सितंबर को रजरप्पा में भी कोयला तस्करी में शामिल लोगों ने सीसीएल सुरक्षाकर्मी पर हमला कर दिया। इसमेंं कई सुरक्षा कर्मी घायल हुए हैं।
सीसीएल कर्मियों लगातार हमले
घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। स्थिति यह है कि सीसीएल कर्मियों पर एक के बाद एक हमले हो रहे है इस मामले में सुरक्षा अधिकारी आशीष झा ने रजरप्पा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
थाने में प्राथमिकी के बाद भी कोयला चोर व तस्कर पुलिस से बचते फिर रहे हैं। इससे पूर्व 20 अगस्त को भी कोयला तस्करों ने रजरप्पा सीसीएल जीएम सहित सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था। यह मामला भी अखबार की सुर्खियों में था।
वाहन को तस्करों ने क्षतिग्रस्त किया
अवैध कोयला जब्त करने के बाद सीसीएल कर्मियों के वाहन को तस्करों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। उस दौरान चर्चा में आई थी 13 नंबर की महेंद्रा थार। हालांकि प्राथमिकी के बाद भी थार कार व उसके मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। तीसरी बार रजरप्पा में सीसीएल सुरक्षाा कर्मियों पर हमला तस्करों के बढ़ते मनोबल की ओर कर रहा इशारा कर रहा है।
कुजू में खदान हादसे के बाद जवाबदेह ठहराए गए थे सीसीएल अधिकारी
इसी वर्ष 4 जुलाई को में कुजू करमा परियोजना में अवैध खनन के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में जिला प्रशासन सीसीएल अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया था। प्रशासन का तर्क था कि कोलियरी सीसीएल की है तो सीसीएल में चोरी रोकने की जवाबदेही भी सीसीएल अधिकारियों पर है।
इस मामले में अंचल अधिकारी मांडू ने सीसीएल करमा महाप्रबंधक, पीओ, एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद से सीसीएल अधिकारी पूर्व की परिपाटी से विपरीत कोयला चोरी रोकने के प्रति काफी सजग हुए हैं।
सीसीएल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
मौजूदा स्थिति में सीसीएल कोलियरियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सीसीएल सुरक्षा कर्मी भी इन कोयला तस्करों व चोरों के आगे लाचार हो जा रहे हैं। या इनकी हाथों पिटाई खाकर सीधे अस्पताल पहुंच जा रहे हैं।
पूर्व में भी सीसीएल रजरप्पा महाप्रबंधक ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे, कहा था कि सूचना देने के बावजूद स्थानीय पुलिस समय पर नहीं पहुंची थी। उस दौरान रजरप्पा कोलियरी के महाप्रबंधक कल्याण जी प्रसाद ने पुलिस से हथियारबंद सुरक्षा जवानों की मांग की थी।
उन्होंने यह भी कहा था कि उनके अधिकारियों की रेकी करवाई जा रही है। साथ ही थाने में भी धमकी दी जा रही थी। हालांकि समय बीतने के साथ ही उक्त मामला ठंडा पड़ गया। इस बार भी क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी ने उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग प्राथमिकी दर्ज कराते हुए की है।
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