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    गजराज ने मचाया कोहराम, 6 घरों को किया धवस्त

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    Updated: Wed, 27 Jul 2016 07:56 PM (IST)

    गोला (रामगढ़) : गोला थाना क्षेत्र के सुतरी गांव में जंगली हाथी पिछले तीन दिनों से कहर बरपा रहे हैं। ...और पढ़ें

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    गोला (रामगढ़) : गोला थाना क्षेत्र के सुतरी गांव में जंगली हाथी पिछले तीन दिनों से कहर बरपा रहे हैं। इससे लोगों में दहशत व्याप्त है। मंगलवार की रात जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाते हुए गांव के आधा दर्जन घरों को धवस्त कर दिया। इसमें एक पक्का मकान भी है। हाथियों ने रंजीत महतो, मदन महथा, बबलू महतो, दीपक महतो, कार्तिक ¨सह के घरों को ध्वस्त कर दिया। वहीं राजेश खन्ना,गिरजा प्रसाद ¨सह, ललित रजक, रतन ¨सह, मदन महथा, मोतिलाल ¨सह, राजेंद्र बेदिया, अजीत कुमार, सुनील महतो, रंजीत महतो की मकई, धान, शकरकंद आदि फसलों को रौंद कर बर्बाद कर दिया। घर में सो रहे लोग किसी तरह से जान बचाकर भागने में सफल रहे। रात भर हाथियों का उत्पात जारी रहा।

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    ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से हाथी यहां उत्पात मचा रहे हैं। लेकिन वन विभाग के अधिकारी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। इससे यहां रोज कोई न कोई घटना हो रही है। अहले सुबह हाथियों ने दो लोगों को भी दौड़ाया, जिससे दोनों को मामूली चोट आई है। स्थानीय स्तर पर दोनों का इलाज किया गया। घटना की सूचना पर पूर्व जिप सदस्य गो¨वद मुंडा गांव पहुंचे और पीड़ित लोगों से हालचाल जाना। इस दौरान उन्होंने दूरभाष पर उपायुक्त रामगढ़, बीडीओ, सीओ, डीएफओ को भी इस घटना से अवगत कराया। पिछले तीन दिनों से हाथियों को उकसाने में यहां के स्थानीय लोगों का हाथ है। बताया जाता है कि कुछ शरारती तत्व हाथियों पत्थर से मारते हैं। साथ ही उनको परेशान करने का हरसंभव दिन भर प्रयास करते हैं। जिसके कारण हाथी रात को खूब तबाही मचाते हैं।

    ग्रामीणों ने अधिकारियों को 5 घंटे बनाया बंधक

    प्रखंड के सुतरी गांव में जंगली हाथियों के द्वारा की गई क्षति का जायजा लेने जैसे ही अधिकारियों की टीम गांव पहुंची, ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और रेंजर समेत वनपाल व अन्य वनकर्मियों को भी बंधक बना लिया। सुबह दस बजे पहुंचे अधिकारियों के दल को दोपहर तीन बजे के करीब पुलिस के हस्तक्षेप करने के बाद छोड़ा।

    झुंड में है चौदह हाथी

    ग्रामीणों ने बताया कि चौदह की संख्या में हाथियों का झुंड है, जिसने रात के बारह बजे के करीब गांव पहुंचकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। उन्हें भगाने में पूरी रात बीत गया। सुबह चार बजे के करीब ग्रामीणों ने हाथियों को मशाल, पटाखा और नागाड़ों की आवाज से भगाने में सफल हुए।

    अब भी जंगल में जमे हैं हाथी

    सुतरी और कोरांबे गांव के जंगल में बुधवार को दिनभर हाथियों का झुंड देखा गया। जिन्हें भगाने का कोई प्रयास वन विभाग द्वारा नहीं किया। जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथी आने की सूचना पर कोई अधिकारी नहीं पहुंचते न ही उन्हें भगाने के लिए पटाखा या अन्य सामग्री देते हैं। पता नहीं रात कैसे बिताएंगे।

    कोट

    हाथियों को भगाने के लिए दल बुलाया जाएगा और पटाखा बांटी जाएगी। ग्रामीणों का गुस्सा जायज है। लेकिन हमारे भी विभाग ने हाथ-पांव बांध रखे हैं। विभाग के आदेश के बगैर कोई भी कदम नहीं उठाया जा सकता। पंचायत सेवक द्वारा मकान ध्वस्त किए गए परिवार वालों को चावल मुहैया कराया गया है।

    -रामलखन पासवान, रेंजर।