10 लाख का इनामी नक्सली को सुरक्षाबलों ने मार गिराया, पुलिसकर्मियों की हत्या था शामिल
गोइलकेरा थाना क्षेत्र के रेला गांव के पास बुरजूवा पहाड़ी पर पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है। चाईबासा पुलिस को सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सली संगठन के सदस्य मौजूद हैं जिसके बाद पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। नक्सलियों द्वारा फायरिंग शुरू करने पर जवाबी कार्रवाई की गई।

जागरण संवाददाता, चाईबासा।झारखंड पुलिस और सुरक्षा बलों को नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता हाथ लगी है। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के जोनल कमेटी सदस्य और 10 लाख के इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन को सुरक्षाबलों ने रविवार सुबह मुठभेड़ में मार गिराया। यह कार्रवाई पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के पंचलताबुरू जंगल में अंजाम दी गई।
मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्च अभियान चलाया गया, जहां से माओवादी का शव, एसएलआर राइफल, कारतूस और अन्य सामान बरामद किए गए। मारे गए माओवादी की पहचान बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना अंतर्गत ढोड़ी गांव निवासी अमित हांसदा उर्फ चंद्रमोहन हांसदा के रूप में हुई है।
96 से ज्यादा वारदातों का मास्टरमाइंड था अपटन
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार अमित हांसदा एक दर्जन पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या समेत झारखंड में 96 से अधिक बड़ी माओवादी घटनाओं में शामिल रहा है। उसने न केवल पुलिस बल को निशाना बनाया बल्कि हथियार भी लूटे।
सरायकेला के कुकड़ू में 5 पुलिसकर्मियों की हत्या, चाईबासा के गोईलकेरा में पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला, दो जवानों की हत्या और हथियार लूट जैसी बड़ी घटनाओं में उसकी भूमिका रही। इतना ही नहीं, वर्ष 2014 में चाईबासा जेल ब्रेक की साजिश में भी वह शामिल था। पुलिस के अनुसार वह लंबे समय से कोल्हान-सारंडा के जंगलों में सक्रिय था और संगठन में बड़ी जिम्मेदारियों को संभाल रहा था।
गुप्त सूचना पर चला ऑपरेशन, कोबरा 209 और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को 6 सितंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी संगठन के कई शीर्ष नक्सली कमांडर मोछु, अश्विन, जयकांत, अपटन, रवि सरदार, अमित मुंडा और भुनेश्वर उर्फ सालुका कायम गोईलकेरा क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहे हैं।
सूचना के अनुसार ये लोग आईईडी लगाने और नए लोगों की भर्ती के लिए जंगल में घूम रहे थे। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) पारस राणा और कोबरा-209 के सहायक समादेष्टा दीपक कुमार के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने अभियान शुरू किया।
रविवार सुबह करीब 5:45 बजे जैसे ही सुरक्षाबलों ने जंगल में घेराबंदी की, माओवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में अपटन मारा गया, जबकि अन्य माओवादी जंगल और पहाड़ी की आड़ लेकर फरार हो गए।
ऑपरेशन जारी, बाकी माओवादियों की तलाश में कांबिंग
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के बाद इलाके में व्यापक कांबिंग आपरेशन चलाया है। पुलिस का मानना है कि भागे हुए माओवादी आसपास के क्षेत्रों में ही छिपे हो सकते हैं। संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, अजय महतो, असीम मंडल, सागेन अंगरिया और उनके साथी अब भी कोल्हान सारंडा क्षेत्र में सक्रिय हैं।
पुलिस की अपील: सहयोग करें, संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दें
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर वे किसी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि को देखें, तो तुरंत सूचना दें। माओवादी नेटवर्क को खत्म करने के लिए अभियान और तेज किया जाएगा।
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