समाज सुधार के लिए हुआ था भगवान राम का अवतार
पंडवा राम का अवतार ही समाज सुधार के लिए हुआ । आज मानव समाज को राम जी की विवाह से सबक लेने की जरूरत है। उक्त बातें यूपी के मिर्जापुर से पधारे पंडित धर्मराज शास्त्री नें कही। वे पंडवा के दुल्ही में दुर्गापूजा के अवसर पर प्रवचन कर रहे थे।
संवाद सूत्र, पंडवा : राम का अवतार ही समाज सुधार के लिए हुआ। आज मानव समाज को रामचंद्र के विवाह से प्रेरणा लेने की जरूरत है। उक्त बातें यूपी के मिर्जापुर से पधारे पंडित धर्मराज शास्त्री ने कही। वे पंडवा के दुल्ही में दुर्गापूजा के अवसर पर प्रवचन कर रहे थे। राम विवाह की चर्चा की। कहा कि आज के परिवेश में विवाह कम दिखावा ज्यादा हो रहा है। धर्म की उपेक्षा की जा रही है। इसका दुष्परिणाम सामने आने लगा है। इधर लोग आज बारात में आर्केस्ट्रा, डीजे, नाच को प्राथमिकता दे रहे हैं। भौतिक विविधताओं की वजह से समाज में शादियां से अधिक तलाक हो रहा है। आज विवाह के बाद परिवार में लड़ाई क्लेश माता-पिता की उपेक्षा हो रही है। इसका दुष्परिणाम है कि आने वाली पीढ़ी भी संस्कार विहीन होती जा रही है। कहा कि दहेज बुरा नहीं था न है। दहेज का वह रूप बुरा है जो आज समाज में हो रहा है। राजा जनक ने भी राम के विवाह में राजा दशरथ को दहेज दिया था। पहले के समय में दहेज दिया जाता था मांगा नहीं जाता था। आज दहेज मांग-मांग कर विवाह को संस्कार नहीं बल्कि व्यापार बना दिया जाता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।