सफाईं के दौरान चलानी किला से मिला शिवलिंग, 300 वर्ष पराना होने का दावा
झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा व राजा मेदिनीराय तीरंदाज एकेडमी के द्वारा चलानी किला शाहपुर के सफाई के दौरान झाड़ी में एक शिवलिंग मिला है। मोर्चा ने इसे 300 वर्ष पुराने चेरो राजवंश की धरोहर होने का दावा करते हुए झंडा स्थापित कर विधि विधान से पूजा पाठ आरंभ कर दिया।

संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू) । Jharkhand आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा व राजा मेदिनीराय तीरंदाज एकेडमी के द्वारा चलानी किला शाहपुर के सफाई के दौरान झाड़ी में एक शिवलिंग मिला है। मोर्चा ने इसे 300 वर्ष पुराने Chero राजवंश की धरोहर होने का दावा करते हुए झंडा स्थापित कर विधि विधान से पूजा पाठ आरंभ कर दिया।
मोर्च के सतीश कुमार ने बताया कि पौराणिक कथाओं में ज्ञात होता है कि राजा मेदिनीराय के अनुज भ्राता राजा चूड़ामन राय (शासनकाल 1784 ई से 1813) के काल मे ही मंदिर बना था । वर्तमान में काल खंड में मंदिर केवल अस्तित्व बचा है। यह चेरो वंश की ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
इधर, श्रावण मास के दूसरी सोमवारी को शिवलिंग मिलने के बाद चेरो वंश के पुरोहित शंखनाथ सिंह चेरो ने उक्त पूजा अर्चना कर 300 साल के पुरातत्व को पुनर्जीवित करने की शुरुआत की।
पूजा कार्यक्रम में सतीश कुमार, दाऊद केरकेट्टा, राजू कुमार प्रजापति, धर्मेंद्र चन्द्रवंशी, कलावती देवी, पुनिया टोपनो, बसंत हेमरम, प्रशिक्षक शिहान संतोष कुमार, संतन कुमार, आयुष कश्यप व अन्य स्थानीय महिला- पुरुष शामिल हुए।
सतीश कुमार ने बताया कि इस ऐतिहासिक बिरासत को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
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