Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand News: पलामू में जंगली फल खाने से 7 बच्चे बीमार, 4 को MMCH में कराया गया भर्ती

    By SACHIDANAD KUMAREdited By: Krishna Bahadur Singh Parihar
    Updated: Wed, 17 Dec 2025 09:06 AM (IST)

    पलामू के पाटन थाना क्षेत्र के हिसरा बरवाडीह गांव में जंगली फल खाने से सात बच्चे बीमार हो गए। फल खाने के बाद सभी बच्चे बेहोश होने लगे। चार बच्चों को मे ...और पढ़ें

    Hero Image

    मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल। फाइल फोटो

    संवाद सहयोगी, मेदिनीनगर (पलामू)। जिले के पाटन थाना क्षेत्र के हिसरा बरवाडीह गांव में जंगली फल (बगडेरा) खाने से सात बच्चे बीमार हो गए। जंगली फल खाने के कुछ ही देर बाद एक-एक कर सभी बच्चे बेहोश होने लगे, जिससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। परिजनों और ग्रामीणों की मदद से सभी बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चार बच्चों को इलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) में भर्ती कराया गया है, जबकि तीन बच्चों का इलाज मेदिनीनगर के निजी अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों के अनुसार सभी बच्चों की हालत अब खतरे से बाहर है और वे निगरानी में हैं।

    स्वजनों ने बताया कि सभी बच्चे अपने माता-पिता के साथ धान के खेत में गए थे। इसी दौरान बच्चे आपस में खेलते हुए आसपास लगे जंगली पौधे का फल खाने लगे। फल खाने के करीब आधे घंटे बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी और वे बेहोश होने लगे। स्थिति गंभीर देख स्वजन स्थानीय ग्रामीणों की मदद से देर शाम बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे।

    एमएमसीएच में भर्ती बच्चों में सलोनी कुमारी, सृष्टि कुमारी, विसमय कुमार और प्रीतम कुमार शामिल हैं। वहीं तीन अन्य बच्चों का इलाज निजी अस्पताल में किया जा रहा है। समय पर इलाज मिलने से सभी बच्चों की स्थिति में सुधार हुआ है और वे होश में आ चुके हैं।

    मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल स्थित पुलिस आउटपोस्ट में तैनात एएसआई पुष्पा डोडराय और जवान महेंद्र कुमार ने बताया कि परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार बच्चों ने जंगली फल खाया था। डॉक्टरों की टीम लगातार बच्चों के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है।

    गौरतलब है कि पलामू जिले में इससे पहले भी जेट्रोफा जैसे विषैले जंगली पौधों के फल खाने से ग्रामीणों और बच्चों के बीमार होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को जंगली फल न खाने की सतर्कता बरतने की जरूरत है