झारखंड में ऑनलाइन हुआ अफीम का धंधा, बरेली के तस्करों की गिरफ्तारी से खुले अहम राज
झारखंड में अफीम का धंधा अब ऑनलाइन हो रहा है। बरेली के तस्करों की गिरफ्तारी से इस बात का खुलासा हुआ है। पुलिस ने एक ऑनलाइन अफीम तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें झारखंड के किसानों की भी मिलीभगत सामने आई है। पुलिस इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए जांच कर रही है।

झारखंड में अफीम तस्कर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, मेदिनीनगर (पलामू)। अफीम तस्करों ने अब अपने धंधे का तरीका बदल दिया है। पहले जहां वे लाखों रुपये नकद लेकर झारखंड में प्रवेश करते थे, वहीं अब तस्कर ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए अफीम की खरीद-बिक्री कर रहे हैं। पलामू पुलिस की हालिया कार्रवाई में इस नए तस्करी तंत्र का खुलासा हुआ है।
डिजिटल नेटवर्क का पर्दाफाश, चार गिरफ्तार
लेस्लीगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बरेली से जुड़े अफीम नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है। यह नेटवर्क पूरी तरह डिजिटल लेनदेन के जरिए संचालित होता था।
कैश से दूरी बना रहे हैं तस्कर
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि अब अफीम तस्कर नकदी लेकर चलना नहीं चाहते। पिछले तीन महीनों में पलामू पुलिस ने तस्करों से अफीम के साथ लाखों रुपये जब्त किए हैं। नकद सौदे के दौरान कई बार लूट और हत्या की घटनाएं हो चुकी हैं। इन जोखिमों से बचने के लिए अब तस्कर बैंक खातों में छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन कर अफीम खरीद-बिक्री का काम कर रहे हैं।
कई बैंक खातों की जांच शुरू
जांच के दौरान पुलिस को पलामू के पिपरा टांड और चतरा क्षेत्र के कई लोगों के बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनका उपयोग तस्करी के धन को ट्रांसफर करने में किया जा रहा था। पुलिस अब इन खातों की गहराई से जांच कर रही है।
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि तस्कर अब छोटी-छोटी रकम ट्रांसफर कर रहे हैं, ताकि शक न हो। कई बैंक खातों और व्यक्तियों की पहचान की जा चुकी है, जिन पर कार्रवाई की जा रही है। तस्कर अब नकदी के बजाय ऑनलाइन माध्यम से अफीम कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। -उत्तम कुमार राय,थाना प्रभारी, लेस्लीगंज

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