Palamu Crime News: एसबीआइ की बैरिया शाखा में हाइटेक सेंधमारी, जानिए कैसे घटना को अंजाम दिया कि अलार्म भी हो गया साइलेंट
पलामू में बैंक सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। जिले की बैरिया स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में बुधवार रात तकनीकी जानकारी रखने वाले अपराधी ने हाइटेक सेंधमारी की कोशिश की। राहत की बात यह रही कि अपराधी खाली हाथ रह गए। लेकिन जिस तरीके से उसने सिक्योरिटी सिस्टम को फेल किया उसने बैंक सुरक्षा सिस्टम पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।

जागरण संवाददाता, मेदिनीनगर (पलामू)। बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। पलामू जिले की बैरिया स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में बुधवार रात तकनीकी जानकारी रखने वाले अपराधी ने हाइटेक सेंधमारी की।
राहत की बात यह रही कि अपराधी खाली हाथ लौट गए। लेकिन जिस तरीके से उसने सिक्योरिटी सिस्टम को फेल किया, उसने बैंक सुरक्षा सिस्टम पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
सिक्योरिटी अलार्म सिस्टम के विशेष प्लग को अलग कर दिया
सूत्रों के अनुसार, अपराधी अकेला था और उसने बैंक के अंदर घुसने के बाद सबसे पहले सिक्योरिटी अलार्म सिस्टम के विशेष प्लग को अलग कर दिया।
सामान्य स्थिति में यह कनेक्शन कटते ही अलार्म बज उठता है, लेकिन अपराधी ने इसे इस तरह निष्क्रिय कर दिया कि किसी को भनक तक नहीं लगी।
हैरानी की बात यह है कि यह तकनीकी बारीकी खुद बैंक अधिकारियों को भी नहीं पता रहती। घटना का खुलासा तब हुआ जब बैंक से जुड़ा एटीएम का लिंक अचानक कट हो गया।
लिंक फेल होने की सूचना मिलते ही अधिकारियों को शक हुआ और छानबीन करने पर सेंधमारी का राज सामने आया। जांच में पुलिस को प्लंबिंग कार्य में इस्तेमाल होने वाले कई उपकरण मिले हैं।
सीसीटीवी फुटेज में अपराधी मास्क पहने नजर आ रहा
सीसीटीवी फुटेज में अपराधी मास्क और ग्लव्स पहने नजर आ रहा है, जिससे पहचान मुश्किल हो गई है। शाखा प्रबंधक की लिखित शिकायत पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।शुक्रवार को पुलिस ने स्निफर डाग की मदद से भी सुराग तलाशने की कोशिश की।
टाउन थाना प्रभारी ज्योतिलाल रजवार का कहना है कि अपराधी ने जिस तरह सिक्योरिटी सिस्टम को निष्क्रिय किया, वह उसकी तकनीकी समझ को दर्शाता है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है और जल्द ही घटना का खुलासा करने का दावा किया है।
बैंकिंग सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना सिर्फ एक सेंधमारी की कोशिश भर नहीं, बल्कि बैंकिंग सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल है। जब अपराधी तकनीक का इस्तेमाल कर अलार्म सिस्टम को निष्क्रिय कर सकता है, तो बैंक शाखाओं की सुरक्षा कितनी मजबूत है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
यह वारदात संकेत देती है कि अपराधी अब सिर्फ हथियारों से नहीं, बल्कि तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल कर वारदात को अंजाम देने लगे हैं।
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