गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को पलामू जेल से भेजा गया साहिबगंज, रांची समेत कई जिलों में दर्ज मामले
झारखंड जेल प्रशासन ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर केंद्रीय कारागार से साहिबगंज मंडल कारागार में स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया। जेल आईजी ने डीआईजी की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्देश दिया। सिन्हा पर कई जिलों में आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें रंगदारी और हत्या जैसे आरोप शामिल हैं। प्रशासन ने स्थानांतरण के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

पलामू से साहिबगंज जेल भेजा जाएगा गैंग्सटर सुजीत सिन्हा। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, मेदिनीनगर (पलामू)। झारखंड जेल प्रशासन ने गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को मेदिनीनगर केंद्रीय कारागार से साहिबगंज मंडल कारागार में स्थानांतरित करने का आदेश जारी कर दिया है। यह कदम सुरक्षा और प्रशासनिक कारणों से उठाया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, डीआईजी (कारा) पलामू और मेदिनीनगर केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर जेल आईजी ने सुजीत सिन्हा के स्थानांतरण का निर्देश दिया है। आदेश जारी होने के बाद उन्हें जल्द ही साहिबगंज मंडल कारा में शिफ्ट किया जाएगा।
डीआईजी और जेल अधीक्षक की रिपोर्ट पर हुई कार्रवाई
डीआईजी (कारा) और मेदिनीनगर केंद्रीय कारा के अधीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में सुरक्षा और प्रशासनिक कारणों का हवाला देते हुए सुजीत सिन्हा को किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने की सिफारिश की थी।
जेल आईजी ने झारखंड कारा हस्तक 2025 के नियम 552, 528 और 560 के तहत इस अनुशंसा पर कार्रवाई करते हुए उनका स्थानांतरण साहिबगंज मंडल कारा में करने की अनुमति दी।
स्थानांतरण के लिए विशेष सुरक्षा निर्देश
जेल आईजी ने आदेश में स्पष्ट किया है कि सुजीत सिन्हा के स्थानांतरण के दौरान विशेष सुरक्षा इंतजाम किए जाएं। पलामू के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और जेल अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं कि ट्रांसफर प्रक्रिया के दौरान पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए जाएं।
सूत्रों के अनुसार, स्थानांतरण के समय किसी भी अप्रिय या आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष सुरक्षा योजना बनाई जा रही है। इसमें एस्कॉर्ट टीम, रूट प्लानिंग और रीयल टाइम मॉनिटरिंग की व्यवस्था शामिल होगी।
10 अगस्त 2025 से मेदिनीनगर केंद्रीय कारा में बंद
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा को 10 अगस्त 2025 को चाईबासा जेल से मेदिनीनगर केंद्रीय कारा लाया गया था। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, जेल में रहते हुए वह सक्रिय रहा और बाहरी गतिविधियों पर प्रभाव बनाए रखने की कोशिश करता रहा।
पलामू उसका गृह क्षेत्र होने के कारण मेदिनीनगर जेल में रहना उसके लिए अपेक्षाकृत सुविधाजनक था। इस कारण प्रशासन पहले से ही उसके अन्य जेल में स्थानांतरण पर विचार कर रहा था।
कई जिलों में फैला आपराधिक नेटवर्क
मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के रेडमा निवासी सुजीत सिन्हा का आपराधिक नेटवर्क झारखंड के कई जिलों में फैला हुआ है। उस पर रांची, हजारीबाग, लातेहार, चतरा, रामगढ़ और पलामू समेत विभिन्न जिलों में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं।
केवल पलामू जिले में ही उसके खिलाफ 20 से अधिक मामले दर्ज हैं। इन मामलों में रंगदारी, हत्या, आर्म्स एक्ट और गैंग आपरेशन से जुड़े मामले शामिल हैं। हाल के वर्षों में वह कुछ मामलों में न्यायालय से बरी भी हुआ है, लेकिन कई गंभीर मामले अब भी विचाराधीन हैं।
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