Chhatarpur chunav Result 2024: पुष्पा देवी नहीं रोक पाईं राधाकृष्ण का विजय रथ, छतरपुर में फिर कांग्रेस की बादशाहत
झारखंड में साल 2005 में कराए गए चुनाव में छतरपुर से से जदयू के राधाकृष्ण विधायक चुने गए थे। 2009 के चुनाव में भी जदयू ने यहां से जीत हासिल की थी। 2014 के चुनाव में भाजपा के राधाकृष्ण किशोर यहां से दूसरी बार विधायक चुने गए। 2019 में उन्होंने इस सीट से जीत की हैट्रिक पूरी की। अब एक बार फिर वो छतरपुर से विधायक चुने गए हैं।

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। Chhatarpur vidhan sabha chunav Result 2024:झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में से एक छतरपुर सीट पलामू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। यह विधानसभा क्षेत्र शुरुआत से जदयू और भाजपा के बीच दबदबा कायम करने का जरिया रहा है। इस बार इस सीट पर बीजेपी की पुष्पा देवी भुइयां और कांग्रेस को राधा कृष्ण किशोर के बीच मुकाबला था, जिसमें राधा कृष्ण चुनाव जीते। उन्हें 71857 वोट मिले तो वहीं पुष्पा देवी को 71121 वोट मिले। जीत का अंतर महज 736 वोट का था।
झारखंड विधानसभा के लिए 2005 में कराए गए चुनाव में छतरपुर से से जदयू के राधाकृष्ण विधायक चुने गए थे। 2009 के चुनाव में भी जदयू ने यहां से जीत हासिल की थी। 2014 के चुनाव में भाजपा के राधाकृष्ण किशोर यहां से दूसरी बार विधायक चुने गए। 2019 में उन्होंने इस सीट से जीत की हैट्रिक पूरी की। अब वो तीसरी बार इस सीट से विधायक चुने गए हैं।
736 वोट से जीते कांग्रेस के राधा कृष्ण
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को वोटिंग हुई। छतरपुर विधानसभा सीट में पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान हुआ और 23 नवंबर को नतीजे जारी हुए। इस सीट से कांग्रेस को राधा कृष्ण किशोर ने जीत हासिल की, उन्हें 71857 वोट मिले तो वहीं बीजेपी की पुष्पा देवी को 71121 वोटों के साथ दूसरे नबंर पर रहीं। जीत का अंतर महज 736 वोट का था।20963 वोट के साथ RJD के विजय कुमार तीसरे नंबर पर रहे।
कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
कांग्रेस को राधा कृष्ण किशोर को छतरपुर विधानसभा सीट से जीत मिलने के बाद कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल देखने को मिला। एक-दूसरे को जीत की बधाई देने के साथ ही कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े के साथ जश्न मनाया और एक-दूसरे को मिठाईयां भी बांटी।
छतरपुर विधानसभा सीट का इतिहास
पलामू जिले का हिस्सा यह क्षेत्र राजनीतिक गतिविधियों में आगे रहने वाले लोगों से भरा हुआ है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस विधानसभा क्षेत्र के ज्यादातर मतदाता ग्रामीण इलाकों में निवास करते हैं। यह इलाका प्राचीन मंदिरों और ब्रिटिश कालीन इमारतों के लिए पर्यटकों के बीच लोकप्रिय माना जाता है। इस इलाके के ज्यादातर मतदाता किसान हैं और वनीय लकड़ी बने उत्पादों की बिक्री का व्यवसाय करते हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते यहां पर फसलों की अच्छी पैदावार कुछ हिस्सों में ही होती है।
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