शैक्षणिक भ्रमण से होता है सर्वागीण विकास
मेदिनीनगर : बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए शैक्षणिक भ्रमण आवश्यक है। केवल किताबी ज्ञान से बच्चों क ...और पढ़ें

मेदिनीनगर : बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए शैक्षणिक भ्रमण आवश्यक है। केवल किताबी ज्ञान से बच्चों का विकास नहीं हो सकता है। बच्चे अपनी आंखों से देखकर बेहतर ढंग से विषय वस्तु को समझ सकते हैं। उक्त बातें सिद्धेवर सहाय-मधेश्वर सहाय कालेज के प्राचार्य डा. अरूण कुमार तिवारी ने कही। वे स्थानीय जीएलए कालेज परिसर में शैक्षणिक भ्रमण के समापन के अवसर पर बोल रहे थे। मालूम हो कि कॉलेज के ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन, उच्च शिक्षा, पत्रकारिता व कृषि विकास में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने बरवाडीह क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने मनरेगा, ओडीएफ अभियान, बेटी बचाओ, नारी सशक्तीकरण, स्वयं सहायता समूह, जैविक एवं केचुआ खाद बनाने के बारे में विस्तार से जानकारी प्रात की। साथ ही चक्रीय विकास की उपलब्धियों का अध्ययन किया। इनमे तीन तल्ला खेती, गांवों मे चली योजनाओं से आत्मनिर्भर बने ग्रामीणों से मिलकर बातचीत की। मौके पर डा. चंद्रश्वर ने उच्च शिक्षा में शैक्षणिक भ्रमण को अनिवार्य बताया। इग्नू के संयोजक डा. गो¨वद तिवारी ने भी इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। बीके कंचन बहन व गुलाब भाई ने जैविक-यौगिक खेती से होने वाले लाभ के बारे में बताया। बरवाडीह चर्च के फादर डा. जीवन ने परंपरागत व्यवस्था एवं चिकित्सा शिक्षा के बारे में जानकारी दी। जगदीश कुमार व राजमुनी ने चक्रीय विकास को प्रत्यक्षण कर बच्चों को दिखलाया। कार्यक्रम में 382 बच्चों ने भाग लिया।

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