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    उम्मीद 2024: महि‍ला किसानों को लख‍प‍ति बनाएगी केंद्र सरकार की यह योजना, प्रशिक्षण का दौर शुरू

    Updated: Fri, 05 Jan 2024 06:34 PM (IST)

    सखी मंडल से जुड़कर जिले की महिला किसान सशक्तिकरण की गाथा लिख रही है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार की लखपति किसान दीदी दीनदयाल अंत्योदय योजना ने महिलाओं के सशक्तिकरण राह को आसान बना दिया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सखी मंडल से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न आजीविका की गतिविधियों से जोड़कर उनकी आय कम से कम एक लाख रुपये प्रति वर्ष करने का लक्ष्य है।

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    मिर्च की खेती करती महेशपुर की उर्मिला देवी

    रोहित कुमार, पाकुड़। सखी मंडल से जुड़कर जिले की महिला किसान सशक्तिकरण की गाथा लिख रही है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार की लखपति किसान दीदी दीनदयाल अंत्योदय योजना ने महिलाओं के सशक्तिकरण राह को आसान बना दिया है।

    इस योजना से जिले की 30 हजार महिला किसान लाभान्वित होंगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत सखी मंडल से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को विभिन्न आजीविका की गतिविधियों से जोड़कर उनकी आय कम से कम एक लाख रुपये प्रति वर्ष करने का लक्ष्य है।

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    महिला लखपति किसान मिशन के तहत सखी मंडल की दीदियों को कृषि- पशुपालन संबंधित कार्यों तथा गैरकृषि कार्यों जैसे गतिविधियों के माध्यम से आय वर्धन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

    इसके लिए प्रशिक्षण का दौर शुरू हो गया है। पहले चरण में समूह के वैसे दीदियों का प्रथम चरण में चयन किया जाएगा, जिनकी वर्तमान में आय 70 से 80 हजार रुपया है। इसके बाद दूसरी दीदियों को योजनाओं से जोड़ा जाएगा।

    महिलाओं के लिए मददगार बनेगी जीआरसी

    झारखंड आजीविका मिशन की ओर से ग्रामीण महिलाओं व सखी दीदियों के हितों की रक्षा के लिए प्रखंड स्तर पर जेंडर रिसोर्स सेंटर निर्माण की योजना बनाई गई है। इसका उद्देश्य उच्च स्तर के लैंगिक मुद्दों ओर महिलाओं के हितों का प्रतिनिधित्व और वकालत करना, महिलाओं से संबंधित केस का निपटारा करना है।

    जीआरसी में एक ही छत के नीचे घरेलू और सार्वजनिक दोनों जगहों पर हिंसा से प्रभावित महिलाओं को एकीकृत क़ानूनी और मनोवैज्ञानिक परामर्श की सुविधा और सहायता प्रदान किया जा सके।

    इसका मकसद महिलाओं के हिंसा के खिलाफ न्याय दिलाने, चिकित्सा, कानूनी, मनोवैज्ञानिक और परामर्श सहायता सहित अन्य सेवाओं के लिए तत्काल आपातकालीन और गैर आपातकालीन पहुंच की सुविधा प्रदान करना।

    इतना नहीं नहीं जिन महिलाओं को तत्काल रहने के लिए व्यवस्था की आवश्यकता हो उनके लिए अल्पावास की सुविधा भी इसके तहत प्रदान की जाएगी जीआरसी कमेटी में प्रखंड स्तर के सभी प्रमुख अधिकारियों को भी जोड़ा जाएगा, जिससे पीड़ित महिलाओं को सभी बुनियादी सुविधाएं एवं परामर्श प्रदान किया जा सके। इससे जहां महिला हिंसा में कमी आएगी वहीं महिला निर्भिक होकर स्वावलंबन की राह में आगे बढ़ सकेगी।

    नारी सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाएं संचालित है। इस साल लखपति किसान दीदी योजना शुरू की गई है। इस योजना से जुड़कर महिला किसान अपनी आय सलाना एक लाख रुपये न्यूनतम कर सकती है। इस योजना से जिले की करीब 30 हजार महिला किसानों को लाभ मिलेगा। - प्रवीण कुमार मिश्र, जिला समन्वयक, झारखंड आजीविका मिशन, पाकुड़