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    शिष्यों के खाने का पैसा हजम कर गए गुरुजी

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 22 Aug 2022 07:29 PM (IST)

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    शिष्यों के खाने का पैसा हजम कर गए गुरुजी

    शिष्यों के खाने का पैसा हजम कर गए गुरुजी

    संवाद सूत्र, हिरणपुर (पाकुड़): दराजमाठ स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बच्चों को मिलने वाली एमडीएम की प्रतिपूर्ति राशि स्कूल के प्रधानाध्यापक सुभाष मरांडी डकार गए। हैरानी की बात यह है कि प्रधानाध्यापक ने राशि बांटे बगैर ही विभाग को यह झूठी सूचना भी दे दी थी कि उन्होंने पैसे बच्चों के बीच बांट दिए हैं। मामला सामने आया तो सोमवार को बच्चों के साथ उनके अभिभावक स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। दरअसल लाकडाउन के दौरान स्कूल बंद रहने पर कक्षा एक से पांच तक के 70 बच्चों के लिए विभाग द्वारा 229 दिनों की एमडीएम राशि 79,862 रुपये विद्यालय की सरस्वती वाहिनी माता समिति के खाते में 25 अप्रैल 2022 को ही उपलब्ध करा दी गई थी। विद्यालय में कुल 194 बच्चों का नामांकन है लेकिन इस राशि को 70 बच्चों के बीच 1138 रुपए प्रति बच्चा के हिसाब से बांटा जाना था। प्रधानाध्यापक सुभाष मरांडी ने यह राशि तीन माह पहले ही निकाल ली थी लेकिन इसका वितरण नहीं किया। आस-पास के स्कूलों में वितरण हो जाने की सूचना जब बच्चों व अभिभावकों को मिली तो उन्होंने इसकी पूछताछ शुरू की। आखिर तीन माह बाद भी जब इसका वितरण नहीं किया गया तो सोमवार को अभिभावक स्कूल पहुंचे और प्रधानाध्यापक द्वारा राशि का गबन कर लेने पर जमकर हंगामा किया।

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    अभिभावक बोले- विद्यालय विकास का मद भी खा रहे हैं अध्यापक

    स्कूल के बच्चे साबिर अंसारी, निशा कुमारी, रंगीली कुमारी, खुशबू कुमारी आदि ने बताया कि उन्हें कई स्कूलों के बच्चों में राशि वितरण हो जाने की जानकारी मिली तो वे अपने परिजनों को इसकी सूचना दी। अभिभावक दिलदार अंसारी, सत्यदेव यादव, मुसलोद्दीन अंसारी, सलामत अंसारी, हेमाजुद्दीन अंसारी, रणजीत यादव, अजय यादव आदि ने बताया कि प्रधानाध्यापक से जानकारी मांगी तो जवाब नहीं मिला। जिसके बाद सभी लोग स्कूल पहुंचे। अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि विद्यालय की स्थिति काफी दयनीय है। एमडीएम में काफी अनियमितता बरती जा रही है। बच्चों के भोजन में भी लगातार गड़बड़ी की जाती है। विद्यालय के विकास मद की राशि का उपयोग भी नहीं किया जा रहा है।

    प्रधानाध्यापक बोले- 70 बच्चों में कितना बांटना था, समझ नहीं आया

    इसे लेकर प्रधानाध्यापक मरांडी ने बताया कि राशि तीन माह पूर्व स्कूल के खाते में जमा हो गई थी, उसकी निकासी भी कर ली गई थी। लेकिन 70 बच्चों के बीच राशि वितरण करने में काफी दिक्कतें आ रही थी, इसलिए वितरण नहीं किया गया। जल्द ही सभी बच्चों को राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। उधर बीआरसी लिट्टीपाड़ा से मिली जानकारी के अनुसार संबंधित प्रधानाध्यापक ने दो माह पूर्व ही बच्चों के बीच राशि वितरण कर देने की सूचना दे दी थी। प्रधानाध्यापक ने इस बात को भी स्वीकार किया है। इस संबंध में लिट्टीपाड़ा पूर्वी के बीईईओ प्रकाश मंडल ने बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी।