Pakur News: बीएड शुल्क वृद्धि के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, कॉलेज में अनिश्चितकालीन तालाबंदी
पाकुड़ में बीएड पाठ्यक्रम शुल्क में वृद्धि के विरोध में छात्रों ने केकेएम कॉलेज के बीएड विभाग में तालाबंदी कर दी जिससे नामांकन प्रक्रिया बाधित हुई। छात्रों का आरोप है कि ₹42000 की वृद्धि गरीब छात्रों के साथ अन्याय है और कॉलेज के पास जरूरी दस्तावेज भी नहीं हैं। उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और कुलपति को ज्ञापन सौंपा।

संवाद सहयोगी, पाकुड़। बीएड पाठ्यक्रम शुल्क में की गई बढ़ोतरी के विरोध में शनिवार को आदिवासी कल्याण बालक छात्रावास के छात्रों ने केकेएम महाविद्यालय, पाकुड़ स्थित बीएड कालेज में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर दी।
तालाबंदी के कारण कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया पूरी तरह ठप हो गई, जिससे दूर-दराज से आए छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
तालाबंदी का नेतृत्व छात्र नेता कमल मुर्मू ने किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में बीएड नामांकन के लिए ₹88,000 शुल्क लिया जाता था, जिसे अब बढ़ाकर ₹1,30,000 कर दिया गया है। यह ₹42,000 की भारी वृद्धि है, जो सीधे तौर पर गरीब छात्रों के साथ अन्याय है।
उन्होंने कहा कि इतनी अधिक राशि वसूलना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और इससे जिले के गरीब व पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राएं बीएड की पढ़ाई से वंचित हो सकते हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि पाकुड़ बीएड कालेज की मान्यता पूर्व में कागजातों की कमी के कारण रद की गई थी। हाल ही में कॉलेज को मान्यता तो मिल गई है, लेकिन अब तक कॉलेज के पास जरूरी दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। इसके बावजूद इतनी भारी शुल्क वृद्धि करना अनुचित है।
छात्रों ने बीएड विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर प्रभारी प्राचार्य के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन प्रेषित किया।
छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। तालाबंदी के कारण बीएड नामांकन की अंतिम तिथि होने के बावजूद एक भी नामांकन नहीं हो सका, जिससे कई छात्र-छात्राओं को मायूस लौटना पड़ा। मौके पर मार्शल मुर्मू, पिंकी मरांडी, मीनू हांसदा सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।
पढ़ाई में सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से यूनिवर्सिटी द्वारा नामांकन शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। बीएड कॉलेज का संचालन सेल्फ फाइनेंस मोड पर होता है। हाल ही में एनटीसी के तहत नए शिक्षकों की बहाली हुई है, जिससे व्यय बढ़ा है। छात्रों ने शुल्क वृद्धि के विरोध में तालाबंदी की है। - डा. महबूब आलम, विभागाध्यक्ष, बीएड कॉलेज, पाकुड़
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