Pakur News: पांच बच्चों की मौत के बाद गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम, कई लोगों में पाई गई ये बीमारी
Pakur News जोरडीहा पंचायत के बड़ा कुटलो गांव में एक सप्ताह में हुई पांच बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को गांव पहुंची। मृतकों में 12 वर्षीय छीता मरांडी तीन वर्षीय डेटबाबू मरांडी तीन वर्षीय लीलमुनी मुर्मू दो वर्षीय सुनीत मुर्मू व पांच वर्षीय माइकल मरांडी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की।

संवाद सूत्र, लिट्टीपाड़ा (पाकुड़)। जोरडीहा पंचायत के बड़ा कुटलो गांव में एक सप्ताह में हुई पांच बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को गांव पहुंची।
मृतकों में 12 वर्षीय छीता मरांडी, तीन वर्षीय डेटबाबू मरांडी, तीन वर्षीय लीलमुनी मुर्मू, दो वर्षीय सुनीत मुर्मू व पांच वर्षीय माइकल मरांडी शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की। टीम में शामिल सदस्यों ने ग्रामीणों की मलेरिया, ब्रेन मलेरिया, डायरिया आदि की जांच की। जांच में सात ब्रेन मलेरिया व एक मलेरिया के मरीज निकले।
चिकित्सकों की निगरानी में सभी का इलाज शुरु किया गया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार ने बताया कि बच्चों की मौत की सूचना मिलते ही जांच के लिए तुरंत स्वास्थ्य टीम का गठन किया गया।
टीम ने गांव पहुंचकर करीब 50 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की। जांच में मिले ब्रेन मलेरिया व मलेरिया के मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
बच्चों की मौत का कारण पता लगाने में जुटा विभाग
बड़ा कुटलो गांव में पांच बच्चाें की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. मुकेश बेसरा ने बताया गांव में पांच बच्चों की मौत का कारण पता लगाने के लिए टीम गठित किया जाएगा।
बच्चों की मौत किस कारण से हुई है, जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल गांव में स्थिति पूरी तरह काबू में है। गांव में गंभीर रूप से ग्रसित एक भी मरीज नही मिला है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को मच्छरदानी का उपयोग करने व पानी को उबाल कर पीने की सलाह दी गई है।
बीडीओ ने लिया स्वास्थ्य शिविर का जायजा
बीडीओ श्रीमान मरांडी शुक्रवार को बड़ा कुटलो गांव पहुंच गांव में लगे स्वास्थ्य शिविर का जायजा लिया। टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने गांव के प्रत्येक व्यक्ति की जांच कर दवा देने का निर्देश दिया। साथ ही लोगों को जागरूक करने का भी निर्देश दिया गया।
उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य टीम को गांव भेजा गया। जांच व इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों में जागरूकता की कमी है। गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
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