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Kalpana Soren : झारखंड की इस सीट पर कल्पना सोरेन ने डाला डेरा, कोर वोटरों को साधने की तैयारी

Kalpana Soren लोकसभा चुनाव के लिए छह चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी है। सांतवें और आखिरी चरण का मतदान एक जून को होना है। वहीं चार जून वोटों की गिनती होगी। ऐसे में अंतिम चरण के चुनाव से पहले सभी दलों की तैयारियां तेज हो गई है। झामुमो नेता कल्पना सोरेन की नजर भी वोटरों को साधने पर है। इसे लेकर वह राजमहल में डेरा डाल रखी है।

By Rohit Kumar Edited By: Shashank Shekhar Published: Mon, 27 May 2024 05:49 PM (IST)Updated: Mon, 27 May 2024 05:49 PM (IST)
Kalpana Soren : झारखंड की इस सीट पर कल्पना सोरेन ने डाला डेरा (फोटो- जागरण)

रोहित कुमार/ विधु विनोद, पाकुड़/गोड्डा। संताल परगना के राजमहल लोकसभा सीट की गिनती भले ही हाइ प्रोफाइल सीट में नहीं हो रही है, लेकिन झामुमो के लिए यह सीट काफी महत्वपूर्ण है। संताल के इसी लोकसभा क्षेत्र के आइएनडीआइए के दो दिग्गज नेता वर्तमान में विधायक हैं।

बरहेट विधानसभा सीट से झामुमो नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विधायक हैं, तो पाकुड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम विधायक हैं। दोनों इस समय ईडी की गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद हैं।

संभवत: यही वजह है कि वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति में झामुमो की स्टार प्रचारक व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन राजमहल सीट का एक तरह से मोर्चा संभाल रखा है। कल्पना इस लोकसभा चुनाव में विरासत की सियासत को भी आगे बढ़ा रही हैं। उनकी चुनावी रैलियों में अन्य झामूमो नेताओं की अपेक्षा भीड़ अधिक रहती है।

राजमहल में कल्पना सोरेन ने की अब तक नौ सभाएं

राजमहल लोकसभा क्षेत्र में कल्पना सोरेन की अब तक नौ सभाएं हो चुकी हैं। शायद यह किसी एक लोकसभा क्षेत्र में उनकी अब तक सबसे अधिक चुनावी सभा है। साहिबगंज जिले में कल्पना सोरेन की पहली सभा न्याय यात्रा के दौरान उधवा प्रखंड के हाइस्कूल मैदान में हुई थी।

साहिबगंज जिले में कल्पना की दूसरी सभा भी न्याय यात्रा के दौरान बरहेट में हुई थी। सभी सभाओं के दौरान उन्होंने यह जताने की पूरी कोशिश की कि हेमंत सोरेन की गैर मौजूदगी में वह झामुमो की धार क्षेत्र में कम नहीं होने देंगी। इसके साथ ही साहिबगंज के रेलवे मैदान, पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, झिकरहाटी में भी हुई है।

सभी सभाओें में हेमंत को जेल भेजन की चर्चा

सभी सभाओं में कल्पना आदिवासी समाज की चर्चा करते हुए पति हेमंत सोरेन का जिक्र जरूर करती हैं। लोगों को बताती हैं कि हेमंत सोरेन के जेल भेजने के पीछे भाजपा का हाथ है। कहती हैं कि हेमंत के काम और लोकप्रियता से भाजपा घबरा गई और लोकसभा चुनाव में हार की डर से उन्हें जेल में डाल दिया।

हेमंत की जेल को कल्पना आदिवासी समाज की अस्मिता से भी जोड़ने की कोशिश करती हैं। हेमंत को क्षेत्र के लोगों से कनेक्ट करते हुए उन्हें भाई व बेटा बता स्थानीय लोगों की भावना अपने पक्ष में करने की कोशिश करती हैं।

मोदी लहर में राजमहल रहा झामुमो के पास 

2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान देश भर में मोदी लहर थी। परंतु इस मोदी लहर से राजमहल लोकसभा क्षेत्र पूरी तरह से अछूता रहा। पिछले दोनों चुनाव में यहां से झामुमो के प्रत्याशी विजय हांसदा ने जीत दर्ज की थी।

दरअसल, राजमहल लोकसभा का गणित भी अब तक आइएनडीआइए के लिए अधिक उपजाऊ रहा है। हालांकि, राजमहल से दो बार भाजपा भी जीत का स्वाद चख चुकी है। इस बार झामुमो के बागी विधायक लोबिन हेंब्रम के मैदान में आने से भाजपा की राह पहले की अपेक्षा थोड़ी आसान जरूर हुई है।

संताली भाषा में देती हैं भाषण, आदिवासी अस्मिता का करती हैं जिक्र 

कल्पना सोरेन चुनावी सभाओं में अन्य झामुमो नेताओं की अपेक्षा भीड़ अधिक रहती है। झामुमो का मानना है कि आदिवासियों व मूलवासियों में कल्पना की पैठ बढ़ी है। बीते एक सप्ताह के दौरान संताल परगना की गोड्डा, राजमहल और दुमका सीट पर बीते छह दिनों में उनकी आधा दर्जन रैलियां हुई हैं।

रविवार को कल्पना की सभा गोड्डा में हुई। वहां बड़ी संख्या में आदिवासी और मूलवासी जुटे थे। करीब 28 मिनट तक कल्पना ने भाषण किया। हिंदी में भाषण देने के बाद वह सात मिनट तक संताली भाषा में भी लोगों को संवाद किया।

कल्पना झामुमो के पारंपरिक वोट बैंक को शिफ्ट कराने के लिए ईवीएम के डमी सेट से बटन दबाकर लोगों को संताली भाषा में बताती हैं कि गोड्डा में कांग्रेस व राजमहल व दुमका में झामुमो के प्रत्याशी के पक्ष में किसी तरह मतदान करना है।

पहली बार पहुंचीं पतना स्थित आवास 

कल्पना सोरेन पिछले तीन दिन से पतना में हैं। वह पहली बार पतना के धरमपुर स्थित आवासीय कार्यालय पहुंचीं। यहां से वह तीनों लोकसभा सीट के लिए प्रचार कर रही हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन अक्सर यहां आते थे और रात्रि विश्राम करते थे। उनके साथ उनके प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू हुआ करते थे।

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