झारखंड में चक्रवात 'रेमल' को लेकर अलर्ट, इस जिले में प्रशासन ने लोगों से की खास अपील
चक्रवात रेमल का असर रविवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में दिखने लगा है। तेज गति से आंधी तूफान एवं जोरदार बारिश की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन पाकुड़ भी अलर्ट मोड में है। बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों से आज चक्रवाती तूफान उठने की संभावना है। इसे लेकर जिला प्रशासन की ओर से खास अपील की गई।
जागरण संवाददाता, पाकुड़। चक्रवात रेमल का असर रविवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में दिखने लगा है। तेज गति से आंधी तूफान एवं जोरदार बारिश की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन, पाकुड़ भी अलर्ट मोड में है। बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों से चक्रवाती तूफान उठने की संभावना है।
इस तूफान में बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में 110 किमी प्रति घंटे से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग दिल्ली ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब के कारण यह मानसून सीजन का पहला गंभीर चक्रवात होगा। इस चक्रवात के दौरान 60 किलोमीटर से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल समेत उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
ओडिशा से चक्रवाती तूफान का झारखंड में प्रवेश होने की संभावना है, जिसका असर रविवार शाम तक चक्रवात की गंभीर संभावना व्यक्त की गई है। इसे देखते हुए उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सभी पदाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया।
साथ ही जिलेवासियों से अपील की है कि तूफानी चक्रवात की स्थिति में पेड़ों के नीचे न रहें, पेड़ों के डालियों के टूटने, पेड़ गिरने की संभावना अधिक बनती है। चक्रवाती तूफान के आने से पूर्व सावधान होकर एवं सुरक्षित स्थान पर रहें।
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