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    चंपई, लोबिन, सीता सोरेन... क्या अब स्टीफन भी JMM के साथ करेंगे खेला? Viral Video से झारखंड की सियासत में खलबली

    झारखंड की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल मच गई है। इस बार वजह बने हैं संताल परगना के वरिष्ठ झामुमो नेता और महेशपुर विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में स्टीफन मरांडी पार्टी में अपमान सहने की बात कह रहे हैं। उनके इस बयान से झामुमो की संथाल की राजनीति पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

    By Rohit Kumar Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 29 Aug 2024 09:23 AM (IST)
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    चंपई, लोबिन हेंब्रम व सीता सोरेन की राह चले झामुमो विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी। (फाइल फोटो)

    रोहित कुमार, पाकुड़। चम्पाई सोरेन, लोबिन हेंब्रम व सीता सोरेन के बाद अब संताल परगना के वरिष्ठ झामुमो नेता व महेशपुर विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी के बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।

    हेमंत सोरेन सरकार में बीस सूत्री के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. स्टीफन मरांडी का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है।

    वीडियो में वह यह कहते दिख रहे हैं कि पार्टी के हित में पार्टी न टूटे, पार्टी छोटी न हो इसके लिए वह पार्टी में अपमान का घूंट पीकर रह रहे हैं।

    झामुमो की संथाल की राजनीति पर संकट के बादल

    स्टीफन के बयान ने इस बात को फिर हवा दे दी है कि संताल की राजनीति में झामुमो के लिए सबकुछ ठीक नहीं है। स्टीफन के वीडियो के बाद झामुमो का गढ़ माना जाने वाला संताल में झामुमो की परेशानी बढ़ती दिख रही है।

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    झामुमो के पुराने व दिग्गज नेताओं के विरोध का यह सिलसिला आगे क्या गुल खिलाएगा यह आने वाले समय बताएगा। हालांकि, क्षेत्र में इस बात की चर्चा है कि स्टीफन इस बार के विधानसभा चुनाव में अपनी बेटी उपासना मरांडी के लिए महेशपुर से पार्टी की टिकट चाह रहे हैं।

    ऐसा रहा है स्टीफन सियासी सफर

    दुमका जिला के गोड़ी गांव में 1953 में जन्मे प्रो. स्टीफन मरांडी 1978 में कॉलेज टीचर से राजनीति में एंट्री की थी। उन्होंने अंग्रेजी से एमए व एलएलबी की है।

    वह झामुमो में रहकर दुमका विधानसभा से लगातार 1980 से पांच बार विधायक और एक बार झामुमो से बगावत कर निर्दलीय विधायक बने थे।

    एक बार उन्होंने दुमका से कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस की टिकट पर चुनाव हार गए। उन्हें झामुमो के हेमंत सोरेन ने ही शिकस्त दी थी। 2004 से 2005 तक राज्यसभा के सांसद भी चुने गए थे।

    उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री बनने का भी गौरव प्राप्त है। 2014 के विधानसभा चुनाव में महेशपुर विधानसभा से विधायक चुने गए थे। स्टीफन बाबूलाल मरांडी की उपस्थिति में झाविमो में भी शामिल हुए थे।

    इधर, स्टीफन के वीडियो पर झामुमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि स्टीफन पार्टी के बड़े नेता हैं वे कुछ नहीं कहेंगे।

    प्रो. स्टीफन ने मामले पर क्या कहा?

    झामुमो से कोई नाराजगी नहीं है। मैं मजबूती से पार्टी के साथ खड़े हैं। इस मामले को गलत तरीके से तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है। मैंने पार्टी को सींचा है। छोटी-मोटी बातें होते रहती हैं। आगे भी पार्टी की मजबूती के लिए काम करता रहूंगा। -प्रो. स्टीफन मरांडी, झामुमो विधायक

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