Jharkhand Politics: चुनाव से पहले AJSU को लगा झटका! इस विधायक ने छोड़ी पार्टी, सुदेश को भेजा पत्र
झामुमो के पूर्व विधायक व आजसू के केंद्रीय सचिव अकील अख्तर ने आजसू से अपना इस्तीफा दे दिया है और सोमवार को अकील ने अपना इस्तीफे से संबंधित पत्र आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को एक्स पर दी। काफी समय से अकील के आजसू छोड़ने की जानकारी सामने आ रही थी। बता दें कि अकील के बेटे अफीफ अमसल ने भी आजसू छोड़ दी है।
जागरण संवाददाता, पाकुड़। झामुमो के पूर्व विधायक व आजसू के केंद्रीय सचिव अकील अख्तर ने आजसू को बाय बाय कर दिया है। काफी दिनों से अकील के आजसू छोड़ने के कयास लगाए जा रहे थे।
सोमवार को अकील ने अपना इस्तीफा संबंधी पत्र आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को भेज इंटरनेट मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी। अकील के बेटे व युवा नेता अफीफ अमसल भी आजसू छोड़ चुके हैं।
क्या बोले विधायक के बेटे?
रविवार को अफीफ ने बताया था कि अकील अख्तर बहुत जल्द आजसू सुप्रीमो को अपना इस्तीफा भेज देंगे। इधर इस्तीफा के बाद अकील अख्तर बताया कि वे यह कदम क्षेत्र की जनता की मांग पर उठा रहे हैं। अकील अख्तर ने कहा कि वह क्षेत्र की जनता की मांग पर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
यह चुनाव खुद जनता लड़ेगी। इसलिए उनके जनभावनाओं का सम्मान करना उनका कर्तव्य है। वह आगे किस पार्टी में जाएंगे या निर्दलीय चुनाव लड़ेगे यह जनता तय करेगी। उन्होंने कहा कि इस बार पाकुड़ की जनता ही चुनाव लड़ेगी और भ्रष्ट और जनादेश का अपमान करने वाले जनप्रतिनिधि को उखाड़ फेंकेगी।
धर्म के बूते राजनीति करने वालों को जनता देगी जवाब
विकास एवं काम के बजाय आश्वासन और धर्म के बूते राजनीति करने वालों को इस बार जनता कड़ा जवाब देगी। इधर अकील के इस्तीफे से पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आजसू से इस्तीफा के बाद अकील किधर जाएंगे इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
आलमगीर आलम के जेल जाने के बाद कुछ लोग अकील को कांग्रेस के जाने के कयास लगा रहे है तो कुछ का मानना है कि अकील टीएमसी का दामन थाम सकते हैं। हालांकि यह आने वाला समय तय करेगा कि अकील किस पार्टी का दामन थामेंगे।
आलमगीर को हरा विधायक बने थे अकील
साल 2019 के झारखंड विधानसभा के चुनाव से पहले अकील अख्तर ने आजसू पार्टी का दामन थामा था। इसके बाद वे आजसू की टिकट पर पाकुड़ विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी आलमगीर आलम से हार का सामना करना पड़ा था।
इससे पहले उन्होंने झामुमो की टिकट पर उन्होंने साल 2009 में पाकुड़ से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्होंने कांग्रेस के आलमगीर आलम को हराया था। परंतु 2014 के विस चुनाव में उन्हें आलमगीर से हार का सामना करना पड़ा था।
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