Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Lohardaga News: मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान बड़ा हादसा, मिट्टी धंसने से एक मजदूर की मौत; 3 घायल

    लोहरदगा के बगडू थाना क्षेत्र में मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से एक मजदूर की मौत हो गई जबकि तीन घायल हो गए। मृतक चंद्रप्रकाश उरांव के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। प्रशासन ने आर्थिक सहायता और पेंशन का आश्वासन दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    By Vikram Chouhan Edited By: Divya Agnihotri Updated: Wed, 28 May 2025 03:08 PM (IST)
    Hero Image
    मजदूर की मौत के एकत्र हुई लोगों की भीड़

    जागरण संवाददाता, लोहरदगा। लोहरदगा जिले के बगडू थाना क्षेत्र के नीचे बगडू गांव में मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के दौरान कूप ध्वस्त होने से मिट्टी के नीचे दबने से एक मनरेगा मजदूर की मौत हो गई। घटना में तीन मजदूर घायल भी हुए। घायल मजदूरों का स्थानीय स्तर पर इलाज किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जांच में जुटी पुलिस

    मामले की सूचना मिलने के बाद बगडू थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घटना को लेकर मृतक के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मामले में बगडू थाना प्रभारी नरेश यादव का कहना है कि मनरेगा सिंचाई कूप ध्वस्त होने से एक मजदूर की मौत हुई है। घटना में तीन मजदूरों को आंशिक चोट आई थी, जिनका स्थानीय तौर पर इलाज किया गया है।

    बारिश की वजह से धंसने लगी गीली मिट्टी

    बताया जाता है कि जिले के किस्को प्रखंड क्षेत्र के बगडू पंचायत के नीचे बगडू गांव में मनरेगा योजना के तहत सुनील उरांव के कुआं का निर्माण का कार्य चल रहा था। विगत दिन हुई बारिश के कारण मिट्टी गीली हो गई थी। इसी दौरान बुधवार की सुबह निर्माणाधीन कुए में कुछ मजदूर काम कर रहे थे।

    अचानक से मिट्टी धसने से बगडू निवासी स्वर्गीय सुखनाथ उरांव का पुत्र 40 वर्षीय चंद्रप्रकाश उरांव और तीन और मजदूर मिट्टी के नीचे दब गए। यह देख कर वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

    सभी ने तुरंत मजदूरों को कुए से बाहर निकाला। जिसके बाद चंद्रप्रकाश को इलाज के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने जांच के उपरांत चंद्रप्रकाश को मृत घोषित कर दिया।

    इस घटना के बाद पीड़ित परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद गांव में भी मातम छा गया है। मृतक मजदूर चंद्रप्रकाश उरांव के दो पुत्र हैं। मजदूर चंद्रप्रकाश उरांव घर में अकेला कमाने वाला व्यक्ति था। मजदूरी कर अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहा था। इस घटना से पीड़ित परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।

    घटना के बाद मृतक मजदूर चंद्रप्रकाश उरांव के शव को लोहरदगा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के उपरांत शव को स्वजनों को सौंप दिया गया। घटना को लेकर योजना कार्य में लापरवाही को लेकर जांच की बात भी कही जा रही है।

    मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण उरांव का कहना है कि घटना दुखद है। प्रावधान तहत प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता दिया जाएगा। मृतक की पत्नी को पेंशन का लाभ भी मिलेगा।