JJMP का कुख्यात उग्रवादी कलेश्वर खेरवार गिरफ्तार, पुलिस के हाथ लगे कई अहम सुराग
लोहरदगा पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त अभियान में जेएमएमपी के कुख्यात उग्रवादी कलेश्वर खेरवार को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चले विशेष अभियान में यह सफलता मिली। पूछताछ में संगठन के अन्य सदस्यों की जानकारी मिली है जिनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी है। कलेश्वर पहले माओवादी था और उसने आत्मसमर्पण किया था लेकिन फिर से जेएमएमपी में शामिल हो गया था।

जागरण संवाददाता, लोहरदगा। झारखंड में नक्सल उन्मूलन अभियान लगातार तेज़ी पकड़ रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डीजीपी के स्पष्ट निर्देश के बाद पुलिस एवं अर्धसैनिक बल नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार दबिश दे रहे हैं।
इसी कड़ी में लोहरदगा पुलिस एवं 32वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस की संयुक्त टीम ने कुख्यात जेजेएमपी उग्रवादी कलेश्वर खेरवार को ब्राह्मणडीहा गांव से धर दबोचा।
पुलिस अधीक्षक सादिक अनवर रिजवी के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (किस्को) वेदांत शंकर के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया गया। इसमें 32वीं वाहिनी एसएसबी के जी कंपनी के अधिकारी, किरको, कुडू, बगडू, पेशरार और जोबांग थाना प्रभारी, तकनीकी शाखा के कर्मी और सैट-75 बल शामिल थे।
इसी क्रम में गुप्त सूचना एसपी सादिक अनवर रिजवी को मिली कि कलेश्वर खेरवार अपने घर सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत ब्राह्मण्डीहा गांव आकर घर में छिपा हुआ है।
जिसके बाद एसपी ने टीम गठित कर सूचना का सत्यापन करते हुए टीम को छापेमारी कर उग्रवादी काे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। सूचना की पुष्टि के बाद पुलिस की टीम ने ब्राह्मणडीहा गांव में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार उग्रवादी पूर्व में भाकपा माओवादी दस्ता में सक्रिय था और वर्ष 2017 में आत्मसमर्पण कर चुका है, लेकिन बाद में दोबारा जेजेएमपी उग्रवादी संगठन से जुड़ गया।
इसकी जानकारी मीडिया से बातचीत में बुधवार को एसडीपीओ वेदांत शंकर ने दी। उन्होंने बताया कि कलेश्वर से संगठन के अन्य सक्रिय सदस्यों की जानकारी मिली है।
जिसके बाद उनकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अभियान को और तेज कर दिया है। गिरफ्तार उग्रवादी को 10 सितंबर 2025 को न्यायिक हिरासत में लोहरदगा जेल भेज दिया गया।
2017 में किया था आत्मसमर्पण
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार कलेश्वर खेरवार पहले भाकपा माओवादी संगठन में सक्रिय था और 2017 में उसने आत्मसमर्पण किया था, लेकिन कुछ समय बाद वह दोबारा जेएमएमपी संगठन से जुड़ गया और इलाके में सक्रिय हो गया।
कलेश्वर खेरवार की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने उसके पास से ब्लू रंग का स्मार्टफोन, काला बैग, एयरटेल के 4 सिम कार्ड, नेवी ब्लू डायरी और जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के पर्चे बरामद किए।
अभियान का नेतृत्व एसडीपीओ किस्को वेदांत शंकर ने किया। उनके साथ पुलिस निरीक्षक मनीष कुमार (32वीं वाहिनी एसएसबी) और जिले के विभिन्न थाना प्रभारियों सहित तकनीकी शाखा के अधिकारी और एसएसबी के जवान शामिल थे।
मुठभेड़ के बाद शुरू हुआ था सर्च ऑपरेशन
किस्को और पेशरार के सीमांत थाना क्षेत्र में पुलिस और जेएमएमपी उग्रवादियों के बीच 26 जून 2025 को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें उग्रवादी मौके से भागने में सफल रहे थे।
इसके बाद पुलिस ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया और घटनास्थल से एक एसएलआर मैगजीन, 51 कारतूस, इंसास और 7.62 के खोखे, पांच एंड्रॉयड मोबाइल, तीन कीपैड मोबाइल, वॉकी-टॉकी, पावर बैंक, नकद 3100 रुपये समेत अन्य सामान बरामद किए थे। जांच में पता चला था कि इस घटना में रविंद्र यादव, सचिन और कलेश्वर खेरवार का दस्ता शामिल था।
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