Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    7 दिसंबर से शुरू हो रहा झारखंड विधानसभा सत्र में मजबूती से उठेगी सरना समाज की आवाज: बाबूलाल मरांडी

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 05:21 AM (IST)

    नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 7 दिसंबर से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा सत्र में सरना समाज की आवाज को मजबूती से उठाया ...और पढ़ें

    Hero Image

    सरना स्थल पर पूजा-अर्चना के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, लोहरदगा। शहरी क्षेत्र के एमजी रोड स्थित सरना स्थल पर पूजा-अर्चना का आयोजन बुधवार को भाजपा जिलाध्यक्ष मनीर उरांव की अध्यक्षता में किया गया। पहान फुल्केश्वर उरांव द्वारा विधिवत रूप से पूजा कराई गई।

    कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा झारखंड प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी मौजूद रहे। मौके पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 7 दिसंबर 2025 से विधानसभा सत्र प्रारंभ हो रहा है। आपकी ओर से मिले आवेदन और समस्याओं को मैं सदन में मजबूती से उठाऊंगा। सरना समाज, मूलवासी-आदिवासी समुदाय के सरोकारों को सदन के पटल पर रखने का मेरा दायित्व है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने एनआरसी को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों पर भी बात की। मरांडी ने कहा कि एनआरसी से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह केवल मतदाता सूची के शुद्धिकरण की प्रक्रिया है। जिस तरह शादी के बाद बेटी का नाम नए घर की वोटर लिस्ट में जुड़ना चाहिए और पुराने से हटना चाहिए, उसी तरह बाहर से आए घुसपैठियों, बांग्लादेशी, रोहिंग्या जैसे लोगों को मतदाता सूची से हटाने का काम किया जा रहा है।

    उन्होंने कहा कि आपका परिचय ही आपका बीएलओ है। सही जानकारी दें कि कौन स्थानीय है और कौन बाहरी, ताकि मतदाता सूची का सही सत्यापन हो सके।

    पूजा और सभा मे सोमदेव उरांव, जलेश्वर उरांव, भारत सुधू, बंदे उरांव, फुलदेव उरांव, सिकंदर उरांव, मंगल दास उरांव, सुरेंद्र उरांव, आकाश उरांव समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित थे। महिला प्रतिभागियों में जयंती उरांव, सुलेखा उरांव, शिवानी उरांव, कांति उरांव, नीलम उरांव, सुमति उरांव सहित कई लोग शामिल हुए।

    समाज को जागरूक और संगठित रखने की जरूरत

    भाजपा जिलाध्यक्ष मनीर उरांव ने कहा कि समाज को लैंड जिहाद, लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों का सामाजिक स्तर पर जवाब देना होगा। कार्यक्रम पूजा-अर्चना, सामाजिक संदेश और संगठनात्मक चर्चा के साथ सम्पन्न हुआ।