Latehar News: भू-दस्तावेजों में त्रुटि सुधार के बिना जमीन अधिग्रहण पर होगा उलगुलान, बैठक कर ग्रामीणों ने दी कोल कंपनियों को चेतावनी
लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड में ग्रामीणों ने बैठक कर कोल कंपनियों को चेतावनी दी है कि भू-दस्तावेजों में त्रुटि सुधार किए बिना जमीन अधिग्रहण किया गया ...और पढ़ें

बनहरदी कोल ब्लाक द्वारा प्रारंभ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के खिलाफ गोलबंद हुए ग्रामीण।
संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार)। बनहरदी कोल ब्लाक द्वारा प्रारंभ भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के खिलाफ बुधवार को बारी पंचायत के बुधबाजार टांड़ में आमसभा का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता ग्राम प्रधान रोबेन उरांव जागे (बारी) जबकि संचालन रमेश उरांव व बेलाल अहमद ने संयुक्त रूप से किया।
आम सभा में बनहरदी कोल ब्लाक से प्रभावित होनेवाले विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में प्रभावित होने वाले रैयत पहुंचे। आमसभा में शिरकत कर रहे पूर्व प्रमुख नवाहिर उरांव ने कहा कि यह विडंबना है कि प्रशासन और कंपनी को बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद ग्रामीण रैयतों की भू-त्रुटियों में सुधार नहीं किया जा रहा।
शायद पदाधिकारी भी सुधार में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। आमसभा में जब प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचते हैं तो उन्हें आश्वस्त करते हैं कि भू-.त्रुटियों में सुधार के साथ उनकी अन्य समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा, मगर ऐसा होता नहीं दिख रहा।
लक्ष्मी टाना भगत, नौशाद अंसारी समेत अन्य ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशासन द्वारा जब तक उनकी त्रुटियों में पूरा सुधार नहीं हो जाता, तब तक अधिग्रहण संबंधी किसी तरह की कोई बात प्रशासन अथवा कंपनी के पदाधिकारी न करें।
कहा- रैयतों की समस्याओं को दरकिनार कर कंपनी अपने हिसाब से कार्य करने पर अमादा है
कंपनी को किसी भी प्रकार का कार्य उनके क्षेत्र में नहीं करने दिया जाएगा। यदि ग्रामीणों को जबरन उनकी जमीन से बेदखल करने का प्रयास किया जाएगा तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे। चंद्रदेव उरांव, मंटू प्रसाद, परमेश्वर उरांव समेत अन्य वक्ताओं ने कहा कि कंपनी कागज के नोट से हमारी संस्कृति को खरीदना व नेस्तनाबूत करने का प्रयास कर रही है। इसे सहन नहीं किया जाएगा।
हाल सर्वे में हुई त्रुटियों में रैयतों द्वारा वर्षों से की जा रही सुधार की मांग पर किसी तरह की पहल प्रशासन अथवा कंपनी प्रबंधन द्वारा नहीं की जा रही। स्थिति यह बन गई है कि रैयतों की समस्याओं को दरकिनार कर कंपनी अपने हिसाब से कार्य करने पर अमादा है।
दलालों के माध्यम से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर ग्रामीण रैयतों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन और कंपनी अपने रवैये में बदलाव लाए और भू-त्रुटियों में सुधार के बिना भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर विराम लगाया अन्यथा उलगुलान होगा।
कंपनी प्रबंधन से कथनी और करनी में समानता लाने की बात कही गई। मौके पर बनहरदी मुखिया रमेश उरांव, नौशाद अंसारी, चंद्रदेव उरांव, अशोक भुइयां, अहमद अंसारी, इसराफिल अंसारी, बनेश्वर उरांव, मंटू प्रसाद, महेश्वर उरांव, नागेश्वर यादव, लक्ष्मीलाल भगत समेत बनहरदी कोल ब्लाक से प्रभावित होनेवाले बड़ी संख्या में महिला-पुरुष रैयत मौजूद थे।

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