Lathehar news: बालिका छात्रावास की आग ने खोली अव्यवस्था की पोल, एक कमरे में रखी जाती हैं 40-50 छात्राएं
लातेहार के बारियातू स्थित बालिका आवासीय विद्यालय के छात्रावास में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। छात्राओं के अनुसार वे पीटी के लिए बाहर थीं तभी कमरे से लपटें उठीं। कमरे में रखे बेड पंखे और किताबें जल गईं। छात्राओं ने बताया कि एक कमरे में 40-50 छात्राएं रहती हैं और भवन जर्जर है।
संवाद सूत्र, बारियातू (लातेहार)। बारियातू प्रखंड मुख्यालय स्थित झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय बारियातू के छात्रावास में शाट सर्किट से लगी आग ने कई मामलों की पोल खोलकर रख दी। आगलगी के दौरान छात्राएं कमरे में नहीं थीं अन्यथा बड़ी क्षति हो जाती।
दरअसल घटना के बाद मौके पर पहुंचे पत्रकाराें ने देखा तो एक ही कमरे में 50 छात्राओं को रहने के लिए विवश होना पड़ रहा था। मतलब साफ है कि यदि पंखा न चले तो कमरे के अंदर उमस से सांस तक लेने में परेशानियां उत्पन्न हो जाएं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि मामले को देखने वाले कैसी कुंभकर्णी निद्रा में लीन हैं कि पशु के समान एक ही कमरे में 50 छात्राओं को रख दिया जा रहा है। बावजूद इसके वे मामले से अनजान बने रहे।
अंदर होती छात्राएं तो होता जानमाल का नुकसान
वार्डन कांति कुजूर ने बताया कि छात्रावास में शाट सर्किट की वजह से लगी है हमारे छात्रावास की सभी छात्राएं सुरक्षित हैं। आग लगने के समय यदि छात्राएं कमरे के अंदर होतीं तो निश्चित तौर पर बड़े नुकसान से इन्कार नहीं किया जा सकता जानमाल का भी नुकसान हो जाता।
उन्होंने कहा कि छात्रावास जर्जर हो गया है इस मामले की सूचना विभाग को लिखित आवेदन देकर अवगत कराई हूं पर विभाग की ओर से आवश्वसनों के सिवाय अब तक कुछ नहीं प्राप्त हो सका है।
पदाधिकारियों ने घटना पर जताया अफसोस
छात्रावास में आग लगने की सूचना पर कई प्रतिनिधियों ने माैके पर पहुंच कर मामले की जानकारी। छात्राओं के सुरक्षित हाेने पर सबने राहत की सांस ली।
इधर इस घटना पर बारियातू की अंचल पदाधिकारी कोकिला कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार पासवान व बरियातू थाना प्रभारी रंजन पासवान ने कहा कि इस तरह से एक ही कमरे में छात्राओं को रखना दुर्भाग्यपूर्ण है। पदाधिकारियों ने इस मामले पर वरीय अधिकारियों से बात की गई है निर्देशानुसार यथासंभव कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।