झारखंड के इस पंचायत में है ‘मौत का रास्ता’, विकास की गाड़ी को लगाना पड़ता है ‘धक्का’
बरवाडीह प्रखंड के लात पंचायत में सड़क की हालत बेहद खराब है जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। लाभर से लात-करमडीह मुख्य मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं और बारिश के कारण सड़क पर कीचड़ जमा है। यात्री जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि चुनाव के समय झूठ बोलकर वोट लेते हैं।

संवाद सूत्र, बरवाडीह (लातेहार)। सुगम मार्ग के लिए सरकार की ओर से देशभर में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सुदूर इलाकों के लोग अच्छी सड़कों के अभाव में खुद को आफत में डालकर आवागमन करने को विवश हैं।
इसकी एक बानगी बरवाडीह प्रखंड में देखने को मिल रही है। प्रखंड का पंचायत लात आज भी विकास से कोसों दूर है यहां पर न तो पक्की सड़क है और नहीं बिजली और पेयजल के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था है।
लाभर से लात करमडीह मुख्य मार्ग जर्जर
पंचायत लात के लाभर से लात - करमडीह मुख्य मार्ग जो कच्ची सड़क के साथ जर्जर हालत में पहुंच गई है। सड़क पर बड़े - बड़े गड्डे बन गए हैं। जिसमें छोटी, गाड़ियां, यात्री बस जा के फंसे फंस जाते हैं यात्रियों के द्वारा घंटों काफी मशक्कत के बाद कीचड़ से निकलते हैं।
बुधवार को इस मार्ग में फंसी बाला जी नामक यात्री बस को यात्रियों के द्वारा बड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। यह बस पंचायत लात के करमडीह से जिला मुख्यालय लातेहार तक चलती है।
नारकीय हालत में पहुंची सड़क
वर्षा हो जाने के कारण सड़क पूरी तरह खराब हो गई है। सड़क पर कई स्थानों में दलदल तो कई स्थानों पर कीचड़ की मोटी परत जम गई है। जिससे वाहनों का चक्का फंस जा रहा है।
सड़क के किनारे पर गहरी खाई है मतलब थोड़ी सी भी सावधानी हटी तो गाड़ी समेत खाई में जाने का खतरा मंडराता रहता है। इसी मार्ग से दो पहिया, चार पहिया छोटे- बड़े वाहन पर सवार लोग खुद की जान की बाजी लगाकर आवागमन करते हैं।
ग्रामीणों का आरोप झूठ बोलकर लेते हैं वोट
सड़क की बदहाली और क्षेत्रीय विकास नहीं होने से स्थानीय ग्रामीण बेहद नाराज हैं। पत्रकारों से बात करते हुए प्रकाश, विजय, आकाश, रवींद्र, पुष्पा, कविता, सोमरी, ललिता समेत कई ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र में विकास के लिए कोई जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि सिर्फ नेता चुनाव के समय गरीब असहाय ग्रामीण से झूठ बोल कर वोट ले लेते हैं। लेकिन चुनाव जीतने के बाद ग्रामीणों की समस्याओं का निदान नहीं करते हैं।
बरवाडीह प्रखंड प्रमुख सुशीला देवी, पंचायत लात की मुखिया ईश्वरी देवी, पूर्व मुखिया जग सहाय सिंह, विकास कुमार, ग्राम प्रधान उदन नाथ, सरजू सिंह, अशोक यादव, सुदामा सिंह, जयमसी खेस, ग्रामीण संजय प्रसाद, मानिकचंद्र समेत दर्जनों ग्रामीणों ने उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता से समस्याओं पर त्वरित संज्ञान लेने की गुहार लगाई है।
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