Jharkhand News: यह कैसा न्याय... बढ़ते गए काम, कम कर दी गईं सुविधाएं, बैंक मित्रों ने शोषण के खिलाफ आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी
बैंक मित्र फेडरेशन आफ इंडिया के राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से आए बैंक मित्र शामिल हुए। इसमें बैंक मित्र और बैंक के बीच शामिल निजी कंपनियों को हटाने बैंक मित्र के घट रहे कमीशन को फिर से बढ़ाए जाने और उचित मानदेय सरकार द्वारा तय किए जाने को लेकर आवाज उठाई गई।
संवाद सहयोगी, कोडरमा । कोडरमा-जयनगर रोड स्थित गीताजंलि मैरिज हाल में रविवार को बैंक मित्र फेडरेशन आफ इंडिया का राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से आए बैंक मित्र शामिल हुए।
इसमें बैंक मित्र और बैंक के बीच शामिल निजी कंपनियों को हटाने, बैंक मित्र के घट रहे कमीशन को फिर से बढ़ाए जाने और उचित मानदेय सरकार द्वारा तय किए जाने को लेकर आवाज उठाई गई।
वक्ताओं ने कहा कि उनके काम बढ़ते जा रहे हैं, जबकि मानदेय व कमीशन घटता जा रहा है। इस शोषण के खिलाफ आंदोलन को तेज किया जाएगा।
राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले सत्र में मुख्य अतिथि विधायक डा. नीरा यादव शामिल हुईं। अधिवेशन में बैंक मित्रों ने बताया कि वे लोग वित्तीय समावेशन में भूमिका निभा रहे हैं और केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद जन धन योजना के तहत घर-घर जाकर बैंक खाता खोलवाया था।
शुरुआती दिनों में मानदेय व कमीशन भी अच्छा मिल रहा था। वर्तमान समय में उनके द्वारा 45 प्रकार की सुविधाएं व बैंकिंग सुविधा देने के बाद भी उनका कमीशन कम हो रहा है।
डा. नीरा ने उनकी मांगों का समर्थन किया। फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने कहा कि पिछले सात-आठ सालों से बैंकों द्वारा उनका शोषण किया जा रहा है, बीमा संबंधी लक्ष्य बैंक मित्रों के माथे थोप दिया जाता है और हमेशा आइडी बंद कर देने की धमकी देकर कार्य कराया जाता है।
वही संगठन मंत्री अजय कुमार बरनवाल ने कहा कि गांव- गांव और घर-घर तक बैंकिंग सुविधा का लाभ वर्षों से लोगों को देते आ रहे हैं, लेकिन महंगाई बढ़ने के साथ उनका कमीशन घट रहा है।
अब उनकी समस्याओं को लेकर सरकार को रणनीति बनानी होगी, नहीं तो आने वाले समय में उनका आंदोलन और धारदार होगा।
मौके पर लीलावती प्रजापति, अवधेश सक्सेना, स्वेतांषु गुप्ता, राजु खतरकर, रंजीत कुमार पांडे, धर्मेंद्रु शेखर मुखर्जी समेत अन्य प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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