राज्य का पहला पेडयाट्रिक कोविड वार्ड शुरू
संवाद सहयोगी कोडरमा कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर को लेकर कोडरमा में तैयार

संवाद सहयोगी, कोडरमा: कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर को लेकर कोडरमा में तैयारी चरम पर है। कोडरमा राज्य का पहला ऐसा जिला है जहां संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए पेडियट्रिक कोविड अस्पताल गुरुवार को शुरू हो गया। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सदर अस्पताल में बने 20 बेड वाले ऑक्सीजन युक्त पेडियट्रिक वार्ड और 30 बेड वाले डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर का ऑनलाइन उद्घाटन किया। वहीं कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी, विधायक नीरा यादव, उपायुक्त रमेश घोलप और जिला परिषद की प्रधान शालिनी गुप्ता ने संयुक्त रूप से पेडियट्रिक वार्ड और कोविड केयर सेंटर का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने जिले वासियों के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। कार्यक्रम में मौजूद कोडरमा विधायक डॉ. नीरा यादव और ऑनलाइन जुड़े बरही विधायक उमाशंकर अकेला और बरकठ्ठा विधायक अमित यादव ने कहा कि संक्रमण के खिलाफ इस लड़ाई में तमाम विधायक सरकार के साथ है और एकजुटता के साथ प्रयास करने से राज्य से संक्रमण को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है। विधायक नीरा यादव ने कोडरमा में स्वास्थ्य सुविधाओ में विस्तार करने की मांग की। सीमित संसाधनों में बेहतर कार्य कर रही है जिला प्रशासन : बन्ना गुप्ता स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोडरमा जिला प्रशासन को बधाई दी और कहा कि सीमित संसाधनों के बीच बेहतर कार्य जिला प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है। राज्य सरकार से लेकर जिला प्रशासन तक कोविड संक्रमण से निपटने के लिए वचनबद्ध है। कहा, पदाधिकारियों, अधिकारियों के सहयोग से कोविड के दूसरी लहर को काबू में कर लिया गया है। संभावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका के मद्देनजर चाइल्ड फ्रैंडली डेडिकेटेड कोविड पेडीऐट्रिक वार्ड मील का पत्थर साबित होगा। जहां बच्चों को घर जैसे माहौल मिलेगा और उनका समुचित इलाज किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों के खाली पदों को भरना जरूरी: अन्नपूर्णा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्य का पहला पेडियट्रिक वार्ड कोडरमा में बनाया गया है जो गर्व की बात है। लेकिन, इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं में बेहतरी के अलावा चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए ताकि, लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ की अनुभूति हो। उन्होंने कहा कि वार्ड बनाए जा रहे है लेकिन, इन वार्ड में बच्चों के इलाज के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक भी होने आवश्यक हैं। चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों के खाली पड़े पदों को भी सरकार को जल्द भरना चाहिए। ::इलाज के दौरान बच्चों को मिलेगा घर जैसा माहौल: घोलप पेडयट्रिक वार्ड में बच्चों की सुविधाओं और मनोरंजन का ख्याल रखते हुए दीवारों पर कार्टून कैरेक्टर की पेंटिग बनाई गई है जबकि बच्चों के खेलने की तमाम व्यवस्थाएं भी की गई है। कोविड वार्ड में एलइडी टीवी भी लगाए गए है जिसपर कार्टून चैनल का प्रसारण होता रहेगा। इसके अलावा पेडयट्रिक वार्ड में बच्चों के लिए सॉफ्ट टायज, कॉमिक बुक्स, कलरफुल पेंटिग, ड्राईंग बुक और कलरफुल बेडशीट, बर्तन, मग, प्लेट आदि की व्यवस्था की गई है।
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