Koderma Police चालक की आत्महत्या पर उठे सवाल, एसपी बोले - होगी निष्पक्ष जांच
कोडरमा जिले के चंदवारा स्थित पुलिस लाइन में सल्फास खाकर आत्महत्या करने वाले पुलिस चालक मंसूर आलम का शव गुरुवार को चंदवारा पुलिस लाइन लाया गया। एसपी अनुदीप सिंह मुख्यालय डीएसपी रतिभान सिंह एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह समेत अधिकारियों व जवानों ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। चालक तीन माह से निलंबित था।

संवाद सूत्र, चंदवारा(कोडरमा)। कोडरमा जिले के चंदवारा स्थित पुलिस लाइन में सल्फास खाकर आत्महत्या करने वाले पुलिस चालक मंसूर आलम का शव गुरुवार को चंदवारा पुलिस लाइन लाया गया।
एसपी अनुदीप सिंह, मुख्यालय डीएसपी रतिभान सिंह, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह समेत अधिकारियों व जवानों ने उनके पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। चालक तीन माह से निलंबित था। आरोप है कि ड्यूटी के दौरान शराब सेवन और लापरवाही के कारण उसे निलंबित किया गया था।
आत्महत्या से पूर्व मंसूर ने एक वीडियो जारी कर जयनगर थाना प्रभारी बबलू सिंह, एएसआइ अरविंद हांसदा और डोमचांच थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव पर झूठा फंसाने वह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस मेन्स एसोसिएशन और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने घटना को साजिश बताया और निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
इधर मृतक की पत्नी ने भी निलंबन के बाद वेतन रोके जाने से आर्थिक संकट और तनाव को उसकी आत्महत्या का कारण बताया।
उन्होंने भी इस संबंध में रांची के बरियातू पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में जयनगर थाना प्रभारी बबलू सिंह, डोमचांच थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव व अन्य पर उनके पति को प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए विवश करने का आरोप लगाया है।
मृतक के स्वजनों ने निष्पक्ष जांच और आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। इस पर एसपी अनुदीप सिंह ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और इसमें जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय होगा कि मंसूर आलम ने मंगलवार को आत्महत्या के उद्देश्य से सल्फास की गोली खाली थी, इलाज के दौरान रिम्स में बुधवार को उसकी मौत हो गई थी।
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