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    Jharkhand News: धर्म बदलकर शादी करने की सजा ऐसी मिलेगी, किसी ने सोचा नहीं था, लाश मांग रही इंसाफ

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 07:54 PM (IST)

    अंतरधार्मिक विवाह की सजा एक महिला को ऐसी मिली कि मौत के तीन दिन बाद भी उसे दफनाने के लिए दो गज जमीन नहीं मिल रही है। विवाहिता प्रेरणा साहु (शादी के बाद साजिया परवीन) का शव लेकर पिछले तीन दिनों से उसका पति जयनगर रिजवी मुहल्ला निवासी इम्तियाज खान दफनाने के लिए भटक रहा है। पुलिस इम्तियाज को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

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    मौत के बाद दफनाने के लिए नहीं मिल रही दो गज जमीन।

    संवाद सूत्र, जागरण जयनगर (कोडरमा)। कोडरमा के जयनगर में अंतरधार्मिक विवाह की सजा एक महिला को ऐसी मिली कि मौत के तीन दिन बाद भी उसे दफनाने के लिए दो गज जमीन नहीं मिल रही है।

    विवाहिता प्रेरणा साहु (शादी के बाद साजिया परवीन) का शव लेकर पिछले तीन दिनों से उसका पति जयनगर रिजवी मुहल्ला निवासी इम्तियाज खान दफनाने के लिए भटक रहा है।

    प्रेरणा के घर वाले मध्य प्रदेश में रहते हैं। वे भी अब परिवार से बगावत कर विवाह करने के कारण बेटी का शव लेने से इनकार कर रहे हैं। पुलिस इम्तियाज को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

    पुलिसिया पूछताछ में यह बात सामने आई कि इम्तियाज खान ने दो वर्ष पूर्व प्रेरणा साहू उर्फ साजिया से प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद दोनों गिरिडीह जिले के पचंबा में किराए के मकान में रह रहे थे।

    20 जुलाई को सात माह की गर्भवती प्रेरणा को गिरिडीह जिले के गांवा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने समय से पहले एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन बच्चे के जन्म के महज आठ दिन बाद ही महिला की अचानक मौत हो गई।

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    दफनाने के लिए समाज से नहीं मिल रही इजाजत

    जयनगर में अंतरधार्मिक प्रेम विवाह के बाद प्रेरणा साहू उर्फ शाजिया परवीन की मौत पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना है। महिला की मौत के बाद उसका शव दो दिनों तक घर में ही पड़ा रहा।

    क्योंकि समाज ने उसे दफनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। मामले की सूचना पर सक्रिय हुई और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद सदर अस्पताल के संरक्षित रखा गया है।

    इम्तियाज के मुताबिक उसकी मौत के बाद सबसे पहले गिरिडीह स्थित कब्रिस्तान में उसे सुपुर्दे खाक करने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय कमेटी ने महिला के मायके से कोई परिजन नहीं रहने का हवाला देते हुए दफनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

    इसके बाद 28 जुलाई की रात वह शव को लेकर अपने घर जयनगर लौटा, जहां उसने यहां की कमेटी से मिट्टी देने की अनुमति मांगी, लेकिन यहां भी समाज यही हवाला दिया और शव को दफनाने नहीं दिया।

    पुलिस ने लिया पति को हिरासत में

    जब शव दो दिनों तक घर में पड़ा रहा और अंतिम संस्कार नहीं हो सका तो यह बात पुलिस तक पहुंची। सूचना पाकर जयनगर थाना प्रभारी बबलू कुमार सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

    पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कोडरमा सदर अस्पताल भेजा। वहीं मृतका के पति इम्तियाज खान को हिरासत में लेकर पुलिस गहन पूछताछ कर रही है।पुलिस यह जानने में जुटी है कि मौत स्वाभाविक थी या इसमें किसी प्रकार की लापरवाही या साजिश है।