ब्रेन हेमरेज के बाद कोडरमा जिला कल्याण पदाधिकारी का निधन, मेडिका में कराया गया था भर्ती
कोडरमा की जिला कल्याण पदाधिकारी शीतल उषा किरण कांडील का रांची में इलाज के दौरान निधन हो गया। वह अपने किराए के आवास में अचेत पाई गई थीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। ब्रेन हेमरेज होने की पुष्टि होने पर उन्हें रांची रेफर किया गया था। उन्होंने हाल ही में कोडरमा में कार्यभार संभाला था।
जागरण संवाददाता, कोडरमा। कोडरमा थाना क्षेत्र के दूधीमाटी स्थित किराए के आवास में रह रहीं जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) शीतल उषा किरण कांडील का इलाज के दौरान रांची में निधन हो गया।
वह किराये के मकान में शनिवार सुबह अचेत अवस्था में पाई गईं, जिसके बाद उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद ब्रेन हेमरेज की पुष्टि होने पर चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित मेडिका अस्पताल रेफर कर दिया था।
डीडब्ल्यूओ के सरकारी वाहन चालक कपिल ने बताया कि रोज की तरह शनिवार सुबह करीब नौ बजे वह उन्हें कार्यालय ले जाने के लिए दूधीमाटी स्थित आवास पहुंचा था। वहां दरवाजा अंदर से बंद मिला और मोबाइल फोन पर भी कोई उत्तर नहीं मिला।
काफी देर इंतजार के बाद कपिल ने मकान मालिक की मदद से दरवाजा तोड़ा और अंदर दाखिल हुआ। अंदर का दृश्य देखकर वह हैरान रह गया, डीडब्ल्यूओ शीतल बेहोश अवस्था में जमीन पर गिरी पड़ी थीं।
डीडब्ल्यूओ शीतल उषा किरण कांडील। (फाइल फोटो)
उन्हें तुरंत एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया, जहां सीटी स्कैन में ब्रेन में ब्लड क्लॉट की पुष्टि हुई। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि ब्रेन हेमरेज के कारण उनकी मस्तिष्क की गतिविधि प्रभावित हुई है। चूंकि स्थिति गंभीर थी, इसलिए उन्हें तत्काल रांची रेफर कर दिया गया था।
सूचना मिलते ही विभागीय कर्मी और अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे। इस बीच पदाधिकारी के पति भी अस्पताल पहुंच गए और उन्हें रांची ले जाने वाली एंबुलेंस के साथ रवाना हुए। बता दें कि शीतल उषा किरण कांडील ने 8 अगस्त को कोडरमा जिला में बतौर कल्याण पदाधिकारी कार्यभार ग्रहण किया था।
वे दूधीमाटी में किराये के मकान में रहकर रोजाना सरकारी वाहन से कार्यालय आती थीं। उन्होंने हजारीबाग में आवास बना लिया था।
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