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    Jharkhand Circle Rate: झारखंड के इस जिले में सस्ता होगा फ्लैट निबंधन, शहरी इलाकों में घटा सर्किल रेट

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 07:47 PM (IST)

    कोडरमा जिले में फ्लैट रजिस्ट्रेशन शुल्क में संशोधन किया गया है जो 1 अगस्त से लागू होगा। 2013 में सर्किल दर बढ़ने से शुल्क में भारी वृद्धि हुई थी जिससे लोगों को परेशानी हो रही थी। झुमरीतिलैया में दरें अन्य शहरों से अधिक थीं। अब उपायुक्त ऋतुराज ने इस समस्या को दूर करते हुए दरों को संशोधित किया है जिससे लोगों को राहत मिलेगी।

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    अब फ्लैट निबंधन होगा सस्ता, शहरी इलाके में घटा सर्किल रेट

    संवाद सहयोगी, कोडरमा। कोडरमा जिले का मुख्य शहर झुमरीतिलैया नगर पर्षद, कोडरमा नगर पंचायत में फ्लैट निबंधन के दर में संशोधन किया गया है। एक अगस्त से संशोधित शुल्क लागू हो जाएगा। उपायुक्त ऋतुराज के द्वारा शहरी इलाकों में फ्लैट की इच्छा रखने वालों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

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    वर्ष 2013 में तत्कालीन डीसी द्वारा शहरी इलाकों में सर्किल दर बढ़ाए जाने से फ्लैट निबंधन के दर में 50 से 100 फीसदी तक बढ़ाेतरी हो गई थी। स्थिति यह थी कि झुमरीतिलैया शहर में व्यवसायिक व रिहायशी मकान, फ्लैट का दर झारखंड में सबसे ज्यादा हो गया।

    रांची, जमशेदपुर और धनबाद जैसे तीन बड़े नगर निगमों की अपेक्षा झुमरीतिलैया में निबंधन का रेट रांची से 10-25 प्रतिशत, जमेशदपुर से 30-50 प्रतिशत और धनबाद से तो 40-100 प्रतिशत तक ज्यादा हो गया था, जबकि मुलभूत सुविधाओं व अन्य मामलों में इन तीनों नगर निगमों के सामने झुमरीतिलैया काफी पीछे है।

    सरकारी बाबूओं की एक गलती का खामियाजा यहां के लोग पिछले 11 वर्षों से झेल रहे थे। इस वजह से फ्लैट, मकान, जमीन की खरीद-बिक्री में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीधे तौर पर कहें तो जो फ्लैट, मकान का बाजार मूल्य 25-30 लाख है, उसका रजिस्ट्री मूल्य 75 लाख से एक करोड़ हो जाता है।

    इससे लोगों को खरीद-बिक्री के लिए निबंधन शुल्क एवं स्टांप ड्यूटी तीन से चार गुणा ज्यादा भुगतान करना पड़ता ही है, आयकर का नोटिस अलग से मिलता है। इस समस्या के निराकरण के लिए कोइई ठोस पहल अब तक नहीं हो पाया था।

    कोडरमा नगर पंचायत व झुमरीतिलैया के शहरी क्षेत्रों में वर्ष 2013 में फ्लैट व संरचना के लिए पुनरीक्षित किए गए मूल्य निर्धारण में कुछ अव्यवहारिक नियमों को अपनाए जाने से के कारण एकसाथ 50 से 100 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो गई गई थी।

    यही स्थिति अबतक चली आ रही थी, जबकि प्राविधानों के अनुसार अधिकतम 10 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी की जानी थी। यहीं वजह है कि पिछले तीन वर्षों में मात्र 8 से 10 फ्लैट का निबंधन हो पाया है। अब रेट में संशोधन के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उपायुक्त का यह बेहतरीन कदम माना जा रहा है।

    क्या कहते हैं डीसी?

    शहरी इलाकाें सर्किल रेट राज्य के अन्य शहरों से अधिक होने की लगातार मामले आ रहें थे। लोगों की समस्या को देखते हुए एक बैठक किया गया, जिसमें पाया गया कि गिरिडीह व हजारीबाग से भी तीन गुणा ज्यादा सर्किल रेट है। लिहाजा इसे संशोधित किया गया। एक अगस्त से संशोधित दर लागू हो जाएगा। इससे फ्लैट की रजिस्ट्री में लाेगों को राहत मिलेगी। - ऋतुराज, डीसी कोडरमा

    आधा से एक तिहाई तक आई कमी:

    श्रेणी दर (रु.)
    आवासीय कच्चा 1483
    व्यवसायिक कच्चा 1648
    अन्य मार्ग आवासीय 2107
    अन्य मार्ग व्यवसायिक 2481
    अन्य मार्ग अपार्टमेंट में फ्लैट 3021
    अन्य मार्ग व्यवसायिक अपार्टमेंट 3372
    मुख्य मार्ग आवासीय कच्चा 1810
    मुख्य मार्ग व्यवसायिक कच्चा 2022
    मुख्य मार्ग आवासीय पक्का 2585
    मुख्य मार्ग व्यवसायिक पक्का 3039
    मुख्य मार्ग डिलक्स अपार्टमेंट फ्लैट 3671
    मुख्य मार्ग डिलक्स व्यवसायिक फ्लैट 4096