Jharkhand News: अब पैक्स चलाएगा पेट्राल पंप व जनऔषधि केंद्र, मिलेंगी और भी कई जिम्मेदारियां
झारखंड में अब पैक्स पेट्रोल पंप और जन औषधि केंद्र चलाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा और सस्ती दवाइयां मिलेंगी। सरकार का उद्देश्य पैक्स के माध्यम से ग्रामीण विकास को गति देना है। स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता मिलेगी, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगे।

कोडरमा के 55 पैक्सों में सीएससी यानी प्रज्ञा केंद्र जैसी सुविधाएं बहाल की जाएंगी।
जागरण संवाददाता, कोडरमा। अब बीज वितरण व धान क्रय से अलग प्राथमिक कृषि साख समितियां यानी पैक्सों के द्वारा पेट्रोल पंप और जनऔषधि केंद्रों चका संचालन कराया जाएगा। यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगी और पैक्स की आय बढ़ाएगी।
पैक्स के माध्यम से सस्ती दवाएं लोगों तक पहुंचेंगी और उन्हें आर्थिक मजबूती मिलेगी। जिले में इसकी तैयारी की जा रही है। जिले के दो पैक्स नावाडीह व आरागारो को पेट्राल् पंप योजना के लाभ के लिए चिह्नित किया गया है।
इसका प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा जा रहा है। इन दोनों पेक्सों में पेट्राल पंप के लिए जमीन भी चिह्नित की गई है। वहीं आरागारो व सतगांवां के टेहरो पैक्स में जनऔषधि केंद्र भी खोला जाएगा।
इससे जहां आम जनता को सस्ती दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी। वहीं पैक्सों की आय में भी बढ़ोतरी होगी। जिला प्रशासन का यह प्रयास पैक्सों को सबल बनाने के दिशा में अहम साबित होगा।
दो चरणों में 65 पैक्सों को किया जाएगा कंप्यूटरिकृत
आन लाइन व्यवस्था में पैक्सों को भी अपग्रेड किया जा रहा है। जिले में दो चरणों में 65 पैक्सों को कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। पहले चरण में 40 व दूसरे चरण में 25 पैक्स अपग्रेड होंगे। यहां विभाग से कंप्यूटर सहित इंटरनेट की सभी सुविधाएं बहाल की जाएगी।
वहीं 55 पैक्सों को सीएससी यानी प्रज्ञा केंद्र जैसी सुविधाएं बहाल की जाएंगी, ताकि जनता के तमाम कार्य पैक्सों के माध्यम से भी हो सके। वहीं 3 पैक्सों को झारसेवा से जोड़ा गया है, जबकि 5 पैक्सों में झारसेवा के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इससे पैक्सों से जुड़े सैकड़ों लोगों को रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे।
ग्रामीण जलापूर्ति का संचालन भी होगा पैक्सों के जिम्मे
सरकार के दिशा-निर्देश के तहत ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं के संचालन व मेनटेनेंस का जिम्मा भी पैक्सों को मिलेगा। जिले में कई ग्रामीण जलापूर्ति याेजनाओं का निर्माण किया जा रहा है।
आने वाले समय में पैक्सों के द्वारा इन योजनाओं के संचालन की तैयारी की जा रही है। इसे लेकर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को भी पत्राचार किया गया है।
111 पैक्स में 50 के पास ही कार्यालय
जिले में 111 पैक्स संचालित हैं, जिनमें 50 के पास ही गोदाम सह कार्यालय है। फिलहाल पैक्सों के माध्यम से धान अधिप्राप्ति व बीज वितरण का कार्य ही किया जा रहा है। वहीं 33 पैक्स पंचायत भवन में संचालित है, जबकि 14 नये भवन तैयार किये गये है।
जिले में पैक्सों को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाओं पर अमल किया जा रहा है। दो पैक्सों को पेट्राल पंप व दो पैक्सों को जन औषधि केंद्र संचालन के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। जबकि 55 पैक्सों को प्रज्ञा केंद्र जैसे कार्य के लिए आइडी दिलवाया गया। दो चरणों में 65 पैक्सों को कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। आने वाले समय में जिले के पैक्स आर्थिक रूप से सबल होंगे और रोजगार के नये अवसर तैयार होंगे।
रूमा झा, डीसीओ कोडरमा।

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