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    दीपावली तक कोडरमा स्टेशन पर उपलब्ध होंगी अत्याधुनिक सुविधाएं, इन सुविधाओं में होगा इजाफा

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 07:39 PM (IST)

    कोडरमा स्टेशन पर अंग्रेजी हुकूमत के समय बने 119 साल पुराने फुट ओवरब्रिज को ध्वस्त कर दिया गया। उसकी जगह आधुनिक तकनीक और यात्री सुविधाओं से युक्त नए पुल का गार्डर चढ़ाया गया। दीपावली तक अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नए भवन को खोलने की तैयारी है। कोडरमा स्टेशन पर अत्याधुनिक भवन के साथ 80 मीटर लंबा आधुनिक ब्रिज बनाया जा रहा है।

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    दीपावली तक कोडरमा स्टेशन पर उपलब्ध होंगी अत्याधुनिक यात्री सुविधाएं।

    संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। कोडरमा स्टेशन पर अंग्रेजी हुकूमत के समय बने 119 साल पुराने फुट ओवरब्रिज को ध्वस्त कर दिया गया।

    उसकी जगह आधुनिक तकनीक और यात्री सुविधाओं से युक्त नए पुल का गार्डर चढ़ाया गया। दीपावली तक अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नए भवन को खोलने की तैयारी है।

    कोडरमा स्टेशन पर अत्याधुनिक भवन के साथ 80 मीटर लंबा आधुनिक ब्रिज बनाया जा रहा है। रेलवे प्रशासन ने बताया कि यह पुल स्टेशन के दो मंजिला भवन से जुड़कर सीधे काली मंदिर तक संपर्क देगा।

    इसमें एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा होगी, जिससे यात्रियों को किसी भी प्लेटफार्म पर पहुंचने में सहूलियत होगी। स्टेशन के प्लेटफार्म पर गार्टर चढ़ाने को लेकर रेलवे ने व्यापक इंतजाम किए थे।

    भारी-भरकम क्रेन और जेसीबी मशीनें सुचारू रूप से काम कर सकें, इसके लिए करीब 25 हजार बिजली के तार हटाए गए। सोमवार को प्लेटफार्म संख्या दो-तीन के बीच 20 मीटर तथा प्लेटफार्म चार-5 के बीच 20 मीटर गार्टर चढ़ाया गया। मंगलवार को प्लेटफार्म पांच और छह के बीच का हिस्सा भी तैयार कर लिया गया।

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    काम में तेजी लाने के लिए मेगा ब्लाक लिया गया

    धनबाद रेल मंडल का 140 टन का क्रेन चार गार्डर लगाने में लगा रहा। इस दौरान मेगा ब्लाक लिया गया, जिससे परिचालन प्रभावित रहा। दोपहर 2.45 बजे से 5.15 बजे तक ब्लाक लिया गया। गझंडी और हीरोडीह के बीच से आने वाली ट्रेनों को डीजल इंजन की मदद से प्लेटफार्म संख्या एक और छह पर लाया गया।

    गया-हावड़ा वंदे भारत, नई दिल्ली–पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, पटना–हटिया–रांची एक्सप्रेस, वाराणसी–आसनसोल पैसेंजर सहित कई ट्रेनों की गति धीमी रही।

    वहीं कोडरमा–मधुपुर पैसेंजर और कोडरमा–हजारीबाग टाउन–बड़काकाना पैसेंजर भी विलंब से खुलीं। प्लेटफार्म एक पर भीड़ अधिक रही और यात्रियों को असुविधा झेलनी पड़ी।

    वहीं निर्माण के दौरान सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। मजदूरों को हेलमेट व सुरक्षा उपकरण दिए गए, प्लेटफार्म संख्या दो से पांच तक के मार्गों को बंद कर लाल फीता लगाया गया और आरपीएफ जवानों की तैनाती की गई।

    इस मौके पर धनबाद रेल मंडल के डीआरएम अखिलेश कुमार मिश्रा, एडीआरएम (इंफ्रा) अमित कुमार, वरीय मंडल अभियंता प्रदीप कुमार, वरीय विद्युत अभियंता हरिशंकर कुमार, स्टेशन प्रबंधक विकास कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

    1906 में बना था पुराना लोहे का पुल

    अंग्रेजों के शासनकाल में 6 दिसंबर 1906 लोहे का पुल बनाया गया था। यह न सिर्फ लोहे-गार्डर का ढांचा था, बल्कि लाखों यात्रियों की भावनाओं से जुड़ा हुआ था।

    इसी पुल से लोग अपने प्रियजनों से मिलते-बिछड़ते और नई यात्रा की शुरुआत करते थे। अब यह पुल इतिहास का हिस्सा बन गया है।

    तेजस राजधानी एक्सप्रेस का परिचालन प्रभावित

    धनबाद-खड़गपुर रेल मंडल में प्रस्तावित मरम्मत कार्य के कारण 14 सितंबर को भुवनेश्वर-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस प्रभावित रहेगी। यह ट्रेन भुवनेश्वर से निर्धारित समय से दो घंटे देरी से खुलेगी।

    यह ट्रेन बोकारो, कोडरमा, गया होते हुए नई दिल्ली तक जाएगी। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि यात्रा से पहले ट्रेन के अद्यतन समय की जानकारी अवश्य प्राप्त करें, ताकि असुविधा से बचा जा सके।