झारखंड में सरकारी स्कूलों के बच्चे भी बोलेंगे फर्राटेदार अंग्रेजी, 405 लैंग्वेज लैब करेंगे मदद
कोडरमा के सरकारी स्कूलों के छात्र अब निजी स्कूलों की तरह अंग्रेजी बोलेंगे। झारखंड शिक्षा परियोजना ने राज्य में 405 भाषा प्रयोगशालाएं बनाई हैं जिनमें से 10 कोडरमा में हैं। शिक्षकों को बोलने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसके बाद छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कोडरमा जिले का प्रशिक्षण 26 अगस्त को पूरा हो गया जिसमें 84 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।

अरविन्द चौधरी/झुमरी तिलैया। कोडरमा के सरकारी स्कूल के बच्चे भी अब निजी स्कूलों के बच्चों की तरह फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना ने पहल शुरू कर दी है।
पूरे राज्य में 405 भाषा प्रयोगशाला बनाई गई है, इसमें कोडरमा जिले में 10 प्रयोगशाला है। परियोजना का उद्देश्य है कि पहले अंग्रेजी विषय के शिक्षकों को बोलने का प्रशिक्षण दिया जा रहा। इसके बाद बच्चों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए यह कार्य योजना बनाई गई है।
कोडरमा और चतरा जिले का प्रशिक्षण बेकोबार डायट में दिया जा रहा है। कोडरमा जिले का प्रशिक्षण 26 अगस्त को संपन्न हो गया। इसमें 84 शिक्षकों को प्रशिक्षण दो चरणों में दिया गया।
जबकि यह प्रशिक्षण चतरा जिले का पहले चरण संपन्न हो गया, यहां 142 शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाना है। इसमें शुक्रवार से 71 शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू हुआ जो 11 सितंबर तक चलेगा।
प्रशिक्षण की कार्य अवधि 7 दिवसीय होगी। प्रशिक्षक के रूप में अंजलि कुमारी और आइसा हसन शामिल है। इस परियोजना को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने तैयार किया है। परियोजना का कार्यकाल 03 वर्ष निर्धारित है।
प्रशिक्षण देने का बीड़ा एक एनजीओ को दिया गया है। इसमें जिले के 10 सरकारी विद्यालय, जैसे 03 सीबीएसई आधारित मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय और 7 आदर्श विद्यालयों में लैब स्थापित किए जाएगे।
वहीं राज्य भर में 425 स्कूलों में लैब स्थापित की गई है। इसमें 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय शामिल हैं।
बच्चे मनोरंजन के साथ सीखेंगे भाषा
बताया गया कि लैग्वेज लैब एक डिजिटल लाइब्रेरी है। इसमें विद्यार्थी अंग्रेजी, हिंदी , संस्कृत भाषा में सुनने, बोलने, पढ़ने व लिचाने में सुधार करेंगे। इन्हें संवाद करने में मदद करेगा। विद्यार्थी सुविधा के अनुसार ऑडियो और वीडियो दोनों तरह से भाषा की शिक्षा ग्राहण करेंगे।
साथ ही डिजिटल माध्यम से गलतियों को सुधारने और उच्चारण सीखने में मदद करेगी। यहां खेल-खेल में अंग्रेजी व संस्कृति सीखा जा सकता है। इससे उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। यह लैब एक मनोरंजन और सरल वातावरण तैयार करेगा। खुद विद्यार्थी अपने आप को व्यस्त रखेंगे।
भाषा को सुधारने में मददगार बनेंगे लैब
लैंग्वेज लैब का उपयोग और भाषा कौशल में सुधार के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गयाा। इसके लिए दो बैच में 84 शिक्षकों को प्रशिक्षण मिला। पहले बैच के 42 व दूसरे बैच के 42 शिक्षकों को डायट में प्रशिक्षण मिला।
प्रशिक्षण लेने के बाद शिक्षक अपने-अपने स्कूल में विद्यार्थियों को भाषा ज्ञान को मजबूत बनाने में मददगार बनेगा। इस लैब से विद्यार्थियों को भाषा ज्ञान में सुधार करने में मदद करेगा।
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