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    Jharkhand News: हाथियों के आतंक से जा रही लोगों की जान, शौच के लिए जा रहे व्यक्ति को कुचला; हुई मौत

    Updated: Sun, 29 Jun 2025 01:35 PM (IST)

    कोडरमा जिले के जयनगर में जंगली हाथियों का आतंक जारी है। शुक्रवार को पिसपिरो गांव में एक हाथी ने 55 वर्षीय रविंद्र यादव को कुचलकर मार डाला। पिछले एक साल में हाथियों के हमले से कई लोगों की जान जा चुकी है। वन विभाग की निष्क्रियता से ग्रामीणों में गुस्सा है। विभाग ने मृतक के परिजनों को 25000 रुपये की सहायता राशि दी है।

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    जयनगर में हाथियों का ने सुबह शौच के लिए गए व्यक्ति को कुचलकर मार डाला। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, जयनगर। कोडरमा जिले के जयनगर थाना क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन हाथियों के हमले से लोगों की जान जा रही है, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।

    ताजा मामला खरियोडीह पंचायत के पिसपिरो का है, जहां शुक्रवार की सुबह शौच के लिए घर से बाहर निकले रविंद्र यादव उर्फ ननकू यादव (55) को एक हाथी ने कुचलकर मार डाला।

    पिछले एक साल में जयनगर और आसपास के इलाकों में हाथियों के हमले से मरकच्चो, डोमचांच व अन्य क्षेत्र में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। मई महीने में ही जयनगर थाना क्षेत्र में सुबह टहलने गई एक ही दिन में दो महिलाओं की मौत हो गई थी।

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    लोगों के जीवन में लिए बड़ा खतरा

    वहीं, सतडीहा गांव में एक बुजुर्ग को भी शादी समारोह से लौटते समय हाथी ने कुचल दिया था। ऐसे हाथियों का झुंड इलाके में लंबे समय से डेरा डाले हुए है और लोगों के जीवन के लिए बड़ा खतरा बन गया है।

    बाहर निकलना हुआ मुश्किल

    वन विभाग की निष्क्रियता पर ग्रामीणों में भारी गुस्सा है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग हाथियों को रिहायशी इलाकों से दूर भगाने में पूरी तरह से नाकाम रहा है। लोग अपने खेतों में जाने और सुबह-शाम घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं। फसलें भी बर्बाद हो रही हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

    परिजनों को मिली सहायता राशि

    मौजूदा घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी के डी प्रसाद और अनिल कुमार साव समेत जयनगर पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को तत्काल सहायता के रूप में 25,000 रुपये की राशि दी है।

    मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों के झुंड को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर भेजने और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

    स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने भी इस मामले को उठाया है और सरकार से इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की है। हाथियों का यह उत्पात न सिर्फ लोगों की जान ले रहा है, बल्कि उनके जीवन को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है।

    हाथियों के आंतक से लोगों को बाहर जाना भी मुश्किल हो गया है। अब तक कई ग्रामीणों का जान जा चुकी है। लोगों का कहना है कि यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है ताकि कोडरमा के लोग शांति और सुरक्षा से रह सकें।