धनबाद-जम्मूतवी स्पेशल ट्रेन रद होने से वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को लगा झटका, वैकल्पिक साधनों की हो रही तलाश
धनबाद से चलने वाली धनबाद-जम्मूतवी स्पेशल ट्रेन रद करने से नवरात्र में माता वैष्णो देवी के दर्शन की तैयारी में जुटे श्रद्धालुओं को बड़ा झटका लगा है। वहीं सियालदह-जम्मूतवी हमसफर एक्सप्रेस को लुधियाना तक सीमित कर दिया गया है। इससे दो माह पहले बुकिंग करा चुके हजारों श्रद्धालु परेशान हो गए हैं।

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। धनबाद से चलने वाली धनबाद-जम्मूतवी स्पेशल ट्रेन रद करने से नवरात्र में माता वैष्णो देवी के दर्शन की तैयारी में जुटे श्रद्धालुओं को बड़ा झटका लगा है।
वहीं सियालदह-जम्मूतवी हमसफर एक्सप्रेस को लुधियाना तक सीमित कर दिया गया है। इससे दो माह पहले बुकिंग करा चुके हजारों श्रद्धालु परेशान हो गए हैं।
हर साल की तरह इस बार भी नवरात्र के दौरान धनबाद व आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने की तैयारी में थे।
अचानक ट्रेनें रद होने और यात्रा सीमित कर देने से लोगों की तैयारियों पर पानी फिर गया है। इस बार नवरात्र 22 सितंबर से शुरू हो रहे हैं।
फिलहाल भारी बारिश के कारण वैष्णो देवी मंदिर को अगले आदेश तक बंद रखा गया है, लेकिन उम्मीद है कि श्राइन बोर्ड जल्द यात्रा शुरू करने की अनुमति दे सकता है।
ट्रेन रद होने से अब श्रद्धालुओं के पास सिर्फ कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस ही विकल्प बचा है। अब कई यात्री दिल्ली या लुधियाना के रास्ते वैष्णो देवी पहुंचने की योजना बना रहे हैं।
श्रद्धालुओं का कहना है कि ट्रेनों की अचानक रद करने से उन्हें काफी असुविधा हुई है और यात्रा टालनी पड़ रही है।
लोग रेलवे प्रशासन से वैकल्पिक व्यवस्था की मांग कर रहे हैं ताकि नवरात्र में माता के दर्शन का उनका संकल्प पूरा हो सके।
देवी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य प्रारंभ
संवाद सूत्र, जयनगर (कोडरमा) । प्रखंड के ग्राम सांथ स्थित प्राचीन देवी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य रविवार से विधिवत पूजा-अर्चना के साथ प्रारंभ हो गया।
इस अवसर पर माता की पिंडी को वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच अस्थायी रूप से स्थापित किया गया। सुबह से ही गांव की महिलाएं स्नान-ध्यान कर जल अर्पण के लिए मंदिर पहुंचीं।
वहीं पुरुषों और युवाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ पूजन कार्यक्रम में भाग लिया और महाप्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व जिला परिषद सदस्य पवन सिंह ने कहा कि सनातन धर्म विश्वकल्याण की राह दिखाता है और आस्था ही समाज को एकजुट करते हुए विकास की दिशा प्रदान करती है।
समारोह को आचार्य बसंत शास्त्री, विष्णुकांत पांडेय, अशोक पांडेय, विनोद बर्णवाल तथा राम प्रसाद धोबी ने भी संबोधित किया।
मंदिर जीर्णोद्धार समिति के शिवशंकर राणा ने जानकारी दी कि मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण होने के बा 28 सितंबर को कलश यात्रा, 29 सितंबर को नित्य पूजन, प्राण प्रतिष्ठा व नगर भ्रमण तथा 30 सितंबर को पूर्णाहुति एवं भव्य भंडारा का आयोजन किया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व मुखिया बैजनाथ रजक, शिवशंकर राणा, विनोद आनंद, कैलाश राम सहित बड़ी संख्या में महिला-पुरुष और युवा श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।