तिलैया डैम का जलस्तर बढ़ा, नौ गेट खोले गए
चंदवारा (कोडरमा) : दामोदर घाटी निगम के बराकर नदी पर स्थित तिलैया डैम का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण क
चंदवारा (कोडरमा) : दामोदर घाटी निगम के बराकर नदी पर स्थित तिलैया डैम का जलस्तर बढ़ गया है। इस कारण करीब दो दर्जन से अधिक गावों तक डैम का पानी पहुंच गया। डैम के आसपास के गांवों के डैम में डूबने की आशंका के मद्देनजर डैम के 14 में 9 गेट को सोमवार को खोल दिए गए। अधिकारियों की कोशिश यही है कि डैम का जलस्तर कम कर आसपास के गांवों को डूबने से बचाया जाए। ऐसा पहली बार हुआ है कि डैम में बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए एक साथ 9 गेट खोले गए हों। इससे पूर्व वर्ष 2007 में डैम का पानी चेतावनी स्तर तक पहुंच गया था।
जलमग्न हुए क्षेत्र
डैम का जलस्तर बढ़ने से चौपारण, चंदवारा समेत बरही प्रखंड के करगइयो, बिच्छी पहरी, खाड़ी, एकवाटांड़, बच्छई करीब दो दर्जन गांवों में पानी घुस गया है। यदि समय से गेट नहीं खोले गए होते तो स्थिति और भयावह होती। बता दें कि दो पहाड़ियों के बीच बना यह डैम झारखंड के प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट में से एक है।
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प्रतिदिन छोड़ा जा रहा दो क्यूसेक पानी
13 सितंबर, 2016 से 4 गेट खोलकर पानी को छोड़ा जा रहा था, लेकिन भारी बारिश को देखते हुए सोमवार को 10.30 बजे डैम के हाइडल इंचार्ज अजीत शर्मा के नेतृत्व में पांच अतिरिक्त गेट खोल दिया गया। नौ गेट खुल जाने से प्रति दिन दो क्यूसेक पानी कम होने की संभावना है।
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चेतावनी स्तर को पार कर गया जलस्तर
सोमवार को डैम का जलस्तर खतरे के निशान से कुछ नीचे जरूर था, लेकिन चेतावनी स्तर से ऊपर पहुंच गया था। आंकड़े के मुताबिक डैम का वार्निंग लेबल 1218.78 फीट है। वहीं सोमवार को 12 बजे जलस्तर 1219.30 फीट तक पहुंच गया। डैम का डेंजर लेवल 1www.09 फीट है। डेंजर लेबल से 270 फीट पानी अभी कम है।
जुलाई 1986 में 1221.45 फीट तक पहुंच गया था जलस्तर
हाइडल इंचार्ज अजीत शर्मा ने बताया कि डैम में कुल 14 क्रिस्ट (गेट) हैं, जिसमें 9 क्रिस्ट को खोला गया। उन्होंने बताया कि जुलाई 1986 में जलस्तर उच्चतम सीमा 1221.45 फीट तक पहुंच गया था। यह अब तक का रिकार्ड स्तर रहा है।
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